Greater Noida : चीनी जासूस के पकड़े जाने के बाद भारत की खुफिया एजेंसी हर एंगल से जांच कर रही है। पुलिस जांच में सामने आया है कि जिस बिल्डिंग में चीनी नागरिकों का गेस्ट हाउस चल रहा था। वह पूरी बिल्डिंग एक मंत्री के रिश्तेदार की है। यह बिल्डिंग चाइनीज मोबाइल कंपनी विवो के गेस्ट हाउस के रूप चल रही थी। भारत की काफी खुफिया एजेंसी और ग्रेटर नोएडा पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है कि आखिरकार यहां पर क्या चल रहा था? ग्रेटर नोएडा में बनाए गए इस ठिकाने पर क्या होता था? इस समय पुलिस के पास काफी सवाल है। जिनका जवाब ढूंढने के लिए हर एंगल से जांच पड़ताल की जा रही है।
मंत्री के रिश्तेदार की है पूरी बिल्डिंग
मिली जानकारी के मुताबिक, घरबरा में स्थित गेस्ट हाउस में 4 कमरों में ताले लगे मिले हैं। जांच में सामने आया है कि इस गेस्ट हाउस में आने वाले काफी लोगों की एंट्री तक नहीं होती थी। गेस्ट हाउस में लगे सीसीटीवी कैमरे के आधार पर जांच पड़ताल की जा रही है। जिस बिल्डिंग में चाइनीज लोगों का गेस्ट हाउस चल रहा था, वह बिल्डिंग एक मंत्री के रिश्तेदार की है। जिसकी वजह से काफी आसानी से फायर एनओसी भी मिल गई थी।
पकड़ी गई लड़कियों से पूछताछ शुरू
ग्रेटर नोएडा पुलिस ने खुफिया एजेंसी के साथ मिलकर गेस्ट हाउस में मंगलवार की देर रात को छापा मारा था। हालांकि, इसकी सूचना पहले ही मिल गई थी। जिसके बाद गेस्ट हाउस में रुके हुए 20 चाइनीस युवक और 12 विदेशी लड़कियां मौके से भाग गई थी। पुलिस ने मौके से 3 लड़कियों को पकड़ा है, जो नेपाल, मणिपुर और एक दूसरे राज्य की रहने वाली है। इनमें से मणिपुर में रहने वाली लड़की ने बताया कि उसके कुछ दोस्त यहां पर रुके हुए थे, जिनसे वह मिलने आई थी। वहीं, नेपाल की रहने वाली लड़की का कहना है कि वह इस गेस्ट हाउस में खाना बनाती है और इसके अलावा उसको कुछ नहीं पता है।
पुलिस को तीनों लड़कियों पर शक, कॉल डिटेल खंगाली जा रही
पुलिस को शक है कि तीनों लड़कियां पूछताछ के दौरान महत्वपूर्ण बातें छुपा रही है। इसकी जांच के लिए पुलिस ने तीनों लड़कियों की सीडीआर निकालना शुरू कर दिया है। जिससे यह पता चल सके कि इन लड़कियों ने पिछले दिनों किन-किन लोगों से बातचीत की है। इसके आधार पर इसकी भी जांच की जाएगी कि यह तीनों लड़कियां यहां पर कब से रह रही हैं। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने तीनों लड़कियों के कब्जे से कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद किए हैं। जिनके आधार पर आगे की जांच शुरू की जा रही है।
चीनी जासूस सु फाइ की कुंडली जानने में जुटी पुलिस
ग्रेटर नोएडा पुलिस और खुफिया एजेंसी चीनी जासूस और ग्रेटर नोएडा में स्लीपर सेल तैयार करने वाली चीनी नागरिक सु फाइ के बारे में पूरी जानकारी जुटा रही है। इन तीनों लड़कियों से भी चीनी जासूस के बारे में पूछताछ की जा रही है कि वह यहां अंतिम बार किससे मिलने आया था। चीनी जासूस से मिलने कौन-कौन व्यक्ति आते थे। हालांकि इस बात की अभी तक आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है। पुलिस ने चीनी जासूस के दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए हैं। जिनमें से कुछ दस्तावेज फर्जी हैं।
दो हफ्तों में बन जाता था फर्जी प्रमाण पत्र
चीनी जासूस से पूछताछ करने पर पता चला है कि उसका फर्जी प्रमाण पत्र और फर्जी पहचान पत्र कुल 2 हफ्तों में बन गया था। इसे साफतौर पर पता चलता है कि भारत की खुफिया एजेंसी को गुमराह किया गया है। इन लोगों के जल्दी से जल्दी पहचान पत्र इसलिए बनाए गए, ताकि इनको कोई दिक्कत ना हो। पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है कि फर्जी प्रमाण पत्र और फर्जी पहचान पत्र कहां से बनवाए थे।