- हवाईअड्डे की सुरक्षा होगी सीआईएसएफ के हवाले, जेवर में बटालियन को 50 एकड़ जमीन दी
- सीआरपीएफ के लिए ट्रेनिंग सेंटर बनाएगा गृह मंत्रालय, 100 एकड जमीन अलाॅट कर दी गई है
- इससे पहले उत्तर प्रदेश एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड को किया जा चुका है तीन एकड़ जमीन का आवंटन
Greater Noida News : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को लेकर ना केवल उद्योगों और निवेशकों में उत्साह है बल्कि देश की सिक्योरिटी एजेंसियों ने भी इसके इर्द-गिर्द डेरा डालने का इंतजाम करना शुरू कर दिया है। बुधवार को यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी ने देश दो सबसे बड़े पैरा मिलिट्री फोर्सेज को जमीन का आवंटन किया है। जेवर हवाईअड्डे के पास केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) को 50 एकड़ और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) को 100 एकड़ जमीन दी गई है।
जेवर हवाईअड्डे की सुरक्षा संभालेगी सीआईएसएफ
जेवर हवाईअड्डे की सुरक्षा सीआईएसएफ के हाथों में होगी। सीआईएसएफ के जवानों के लिए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास ही बसने के लिए घर बनाए जाएंगे। इसके लिए यमुना एक्सप्रेसवे अथाॅरिटी ने सेक्टर-22 डी में 50 एकड़ जमीन एयरपोर्ट का संचालन करने वाली ज्यूरिख कंपनी को आवंटित कर दी है।
जवानों के रहने के लिए घर मिलेंगे
एयरपोर्ट से उड़ान भरने के साथ ही एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए जवानों को तैनात किया जाएगा। जवानों के रहने के लिए घर मिलेंगे। बताया जा रहा है कि जल्द ही ज्यूरिख कंपनी इसका निर्माण शुरू करेगी। जवानों को घर पर रहने के अलावा सभी जरूरी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
फरवरी 2024 में उड़ेंगे विमान
देश का सबसे बडा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाया जा रहा है। पहले चरण में 1,334 हेक्टेयर जमीन पर एयरपोर्ट का निर्माण कार्य तेजी के साथ चल रहा है। फरवरी 2024 में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से हवाई जहाज उडान भरने लगेंगे। इसके साथ ही इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए कड़ी सुरक्षा की आवश्यकता की जरूरत होगी। पूरा एयरपोर्ट सीआईएसएफ के जवानों के घेरे में होगा।
सीआरपीएफ के लिए प्रशिक्षण केंद्र बनेगा
यमुना सिटी में अब जल्दी सीआरपीएफ के जवान कदम ताल करते हुए दिखाई देंगे। यमुना अथाॅरिटी ने सीआरपीएफ के जवानों का ट्रेनिंग सेंटर बनाने के लिए 100 एकड़ जमीन अलाॅट कर दी है। यह जमीन यमुना सिटी के सेक्टर 22-ई में अलाॅट की गई है। सीआरपीएफ के जवानों की ट्रेनिंग के अलावा उनके रहने के लिए आवासीय सुविधा भी होगी। उनके परिवार के सदस्यों के लिए रहने की सभी सुविधा होंगी। सीआरपीएफ के इस ट्रेनिंग सेंटर में ही बच्चों के खेलकूद का मैदान और स्कूल समेत तमाम सुविधाएं होंगी। ग्रेटर नोएडा से लेकर आगरा तक 168 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेसवे के साथ-साथ लगने वाले 1,187 गांवों की जमीन पर यमुना सिटी बसाई जा रही है।
यमुना सिटी में अलग-अलग कई शहर बसेंगे
यमुना अथॉरिटी के दायरे में अलग-अलग चरण में कई शहर बसाए जाएंगे। वहीं, यमुना सिटी में देश का सबसे बड़ा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाया जा रहा है। सीआरपीएफ ने यमुना सिटी में अपना ट्रेनिंग सेंटर बनाने के लिए यमुना अथाॅरिटी से 100 एकड़ जमीन की मांग की थी। यमुना अथाॅरिटी ने सीआरपीएफ को 100 एकड़ जमीन अलाॅट कर दी है। जल्दी ही यमुना सिटी में सीआरपीएफ के जवान ट्रेनिंग करते हुए दिखाई देंगे। जवानों की कदम ताल सुनाई देगी।
यूपी एसटीएस को पिछले साल दी जमीन
उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वायड को पिछले साल जमीन का आवंटन किया जा चुका है। एटीएस के पुलिस उपाधीक्षक अतुल कुमार यादव के माध्यम से 12,770 वर्ग मीटर जमीन की रजिस्ट्री की गई। यमुना प्राधिकरण की ओर से प्रबंधक (संस्थागत) नगेंद्र ने लीज डीड पर हस्ताक्षर किए। इस जमीन पर एटीएस का कमांडो ट्रेनिंग सेंटर, कार्यालय और दूसरी सुविधाओं का विकास किया जाएगा। आपको बता दें कि यमुना प्राधिकरण की 3 फरवरी 2021 को हुई बोर्ड मीटिंग में यह आवंटन करने का निर्णय लिया गया था।
एयरपोर्ट की सुरक्षा होगी चाक-चौबंद
नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की सुरक्षा पुख्ता करने के इंतजाम भी किए जा रहे हैं। हवाईअड्डे की सुरक्षा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसफ) को सौंपी जाएगी। यहां तैनात रहने वाले जवानों के लिए 1,000 बैरक और 650 फ्लैट का निर्माण करवाया जाएगा। इन आवासीय सुविधाओं का निर्माण यमुना प्राधिकरण करवाएगा। आपको बता दें कि देश के सबसे बड़े और दुनिया के चौथे अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का निर्माण जेवर के पास किया जा रहा है। अगले 2 साल में यहां से हवाई जहाज उड़ान भरने लगेंगे। यह हवाईअड्डा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है।
सीईओ डाॅ.अरूणवीर सिंह का बयान
यमुना अथॉरिटी के सीईओ डाॅ.अरूणवीर सिंह का कहना है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ को जिम्मेदारी सौंपी गई है। सीआईएसएफ के जवानों के रहने के लिए सेक्टर 22-डी में 50 एकड़ जमीन अलाॅट कर दी गई है। जल्दी ज्यूरिख कंपनी जवानों के रहने के लिए घर बनाना शुरू करेगी। दूसरी तरफ सीआरपीएफ यहां अपना प्रशिक्षण केंद्र खोलेगी। उसके लिए 100 एकड़ जमीन का आवंटन किया गया है। उत्तर प्रदेश एटीएस को जमीन का आवंटन पहले ही किया जा चुका है।