Greater Noida News : किसानों की समस्याओं को दूर करने और विकास परियोजनाओं को गति देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए ज़मीन अधिग्रहण के लिए मुआवजा 3100 रुपये प्रति वर्ग मीटर से बढ़ाकर 4300 रुपये प्रति वर्ग मीटर कर दिया है। इस घोषणा के बाद गौतमबुद्ध नगर तक किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
मुख्यमंत्री की पहल ने बदली तस्वीर
शुक्रवार को लखनऊ में किसान प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि विकास कार्यों में किसानों की भूमिका अहम है। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि उनकी जमीन का उचित मूल्य मिलेगा और उनकी समस्याओं को प्राथमिकता से सुलझाया जाएगा। मुख्यमंत्री की इस घोषणा ने आंदोलन कर रहे किसानों को शांत कर दिया है।
खुशी-खुशी जमीन देने को तैयार किसान
ज़ेवर एयरपोर्ट, इंटरनेशनल फिल्म सिटी, और अन्य परियोजनाओं के लिए अपनी जमीन देने से हिचकिचा रहे किसान अब मुख्यमंत्री के इस फैसले से गदगद हैं। किसान राम सिंह ने कहा, “हम अपनी जमीन विकास के लिए देने को तैयार हैं। मुख्यमंत्री के इस फैसले से न सिर्फ हमारा मुआवजा बढ़ा है, बल्कि हमारा आत्मसम्मान भी बढ़ा है।” गौतमबुद्ध नगर के तीन प्रमुख प्राधिकरण—नोएडा, ग्रेटर नोएडा, और यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण—विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में बन रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट अप्रैल 2024 से शुरू होने की उम्मीद है। इसके अलावा, 1000 एकड़ में बन रही इंटरनेशनल फिल्म सिटी, जापानी सिटी, कोरियन सिटी और अमेरिकन सिटी जैसी परियोजनाओं ने क्षेत्र की संभावनाओं को बढ़ा दिया है।
आंदोलन की आड़ में राजनीति कर रहे नेताओं को मिला जवाब
मुख्यमंत्री के इस फैसले से उन किसान नेताओं और राजनीतिक दलों को करारा जवाब मिला है, जो आंदोलन की आड़ में राजनीति चमकाने में लगे थे। मुआवजा बढ़ने से किसानों में संतोष का माहौल है और आंदोलन की हवा निकल गई है। मुआवजा बढ़ने से किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत होने का मौका मिलेगा। उनकी दिनचर्या और जीवनशैली में बदलाव आएगा। अब जिस जमीन को देने से किसान हिचक रहे थे, वही जमीन सोने की तरह बहुमूल्य हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस कदम ने विकास और खुशहाली का नया अध्याय लिखा है, जिससे न केवल किसानों का भविष्य उज्ज्वल होगा, बल्कि गौतमबुद्ध नगर विकास के नए आयाम छुएगा।