बसपा प्रत्याशी राजेंद्र सोलंकी हैं 8.45 करोड़ के मालिक, सरकार भी देती है पैसे, एक क्लिक में पढ़ें पूरी डिटेल

गौतमबुद्ध नगर लोकसभा चुनाव 2024 : बसपा प्रत्याशी राजेंद्र सोलंकी हैं 8.45 करोड़ के मालिक, सरकार भी देती है पैसे, एक क्लिक में पढ़ें पूरी डिटेल

बसपा प्रत्याशी राजेंद्र सोलंकी हैं 8.45 करोड़ के मालिक, सरकार भी देती है पैसे, एक क्लिक में पढ़ें पूरी डिटेल

Tricity Today | बसपा प्रत्याशी राजेंद्र सोलंकी

Greater Noida News : गौतमबुद्ध नगर में लोकसभा चुनाव का आगाज हो चुका है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने राजेंद्र सोलंकी को गौतमबुद्ध नगर से खड़ा किया है। राजेंद्र सोलंकी ने मंगलवार को नामांकन किया। इस दौरान उन्होंने एक हलफनामा भी दाखिल किया है, जिसमें अपनी कुल संपत्ति का ब्यौरा दिया है। उनकी कुल संपत्ति 8 करोड़ 45 लाख 55 हजार रुपये है। साथ ही वह क्लीनचीट है। उनके ऊपर कोई मुकदमा दर्ज नहीं है।

राजेंद्र सोलंकी का पर्सनल ब्यौरा
राजेंद्र सोलंकी की उम्र करीब 68 वर्ष हैं और वह मूलरूप से सिविल लाइन थाना कोतवाली बुलंदशहर के रहने वाले हैं। राजेंद्र सोलंकी एमए पास है और वह पूर्व विधायक है। उनको 33 हजार रुपये प्रति माह विधायक पेंशन मिलती हैं। इसके अलावा एक लाख रुपये प्रति माह किराया भी आता है। राजेंद्र सोलंकी के पास केवल एक कार और करीब 10 लाख रुपये के जेवरात हैं।

राजेंद्र सोलंकी का किसके साथ मुकाबला
राजेंद्र सोलंकी सांसद पद का चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार डॉक्टर महेंद्र नागर और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार डॉ.महेश शर्मा से होगा। उनके साथ प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट पहुंचे, जो नामांकन के दौरान उनके साथ खड़े रहे। बनवारी लाल और राकेश सिंह प्रस्तावक बने हैं। 

"विकास का श्रेय मायावती को जाना चाहिए"
राजेंद्र सोलंकी ने कहा, "पूरे गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) समेत पूरे यूपी में जो विकास हुआ है, उसका श्रेय बहन कुमार मायवती को जाता है। मायावती के कार्यकाल में नोएडा के भीतर विकास की गंगा बही थीं। केंद्र और राज्य सरकार ने उतना काम नहीं किया, जितना मायावती ने किया है। मेट्रो से लेकर सड़क और अस्पताल से लेकर यूनिवर्सिटी तक सब मायावती की देन हैं।" 

योगी आदित्यनाथ की तारीफ और...
बसपा उम्मीदवार ने आगे कहा, "मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ हूं। अब तक जो सांसद बने हैं। उन्होंने केवल अपने लिए कार्य किया है और जनता के लिए कुछ नहीं किया। सबसे जरूरी स्वास्थ है। स्वास्थ के लिए मौजूदा सांसद ने अपने 10 प्राइवेट असप्ताल बना दिया। वह सांसद के साथ मंत्री भी थे। इसलिए उन्हें जिले में एक एम्स अस्पताल लाना चाहिए था, लेकिन उन्होंने अपना व्यापार देखा। जब योगी आदित्यनाथ अपने शहर में कई एम्स ला सकते हैं तो मौजूदा सांसद आपके क्षेत्र में एक एम्स तो बना ही सकते थे, लेकिन इन्होंने ऐसा नहीं किया। क्योंकि ऐसा करने में उनके व्यापार में असर पड़ सकता है।"

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.