Tricity Today | ग्रेटर नोएडा के पार्कों की हालत खस्ता
Greater Noida News : सेक्टर पी-3 में रहने वाले लोगों ने साफ कह दिया है कि अगर उनके बच्चों के साथ पार्क में खेलते हुए कोई हादसा हुआ तो इसका जिम्मेदार केवल ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण होगा। प्राधिकरण की कमी के कारण बड़ा हादसा दावत दे रहा है, लेकिन अफसर अपनी आंखें बंद करके बैठे हुए हैं। आखिर इसका असली जिम्मेदार कौन है?
सेक्टर पी3 ग्रे.नोएडा के 12 पार्कों में वैसे तो झूले इत्यादि है बाकी अगर है भी तो ऐसी स्थिति मे है जैसा आप संलग्न चित्र में देख सकते है किस प्रकार ये लोहा फटा हुआ है ये बच्चा झूलना चाहता है पर जान को जोखिम है,अब क्या करे साहब इसको थोड़े ही न पता है की क्या हालातहै @OfficialGNIDApic.twitter.com/D7AfxGrKDP
— Advocate Aditya Bhati (@AdvAdityaBhati) April 8, 2024
पार्कों की हालत बेहद खराब
दरसअल, ग्रेटर नोएडा के सेक्टर पी-3 के पार्कों की हालत बेहद खराब है। छोटे बच्चों के लिए पार्क में खेलने के लिए बने झूले हादसे को दावत दे रहे हैं। लोहे के झूले जंग खाकर टूट रहे है, लेकिन प्राधिकरण के अफसरों ने इसको नजरअंदाज किया। इसकी फोटो सेक्टर पी-3 में रहने वाले एडवोकेट आदित्य भाटी ने "ट्राईसिटी टुडे" के साथ साझा किए और शहर की हालत को बताया है।
बच्चों की जान जोखिम में
एडवोकेट आदित्य भाटी ने बताया, "सेक्टर पी-3 में वैसे तो 12 पार्क हैं, लेकिन स्थिति बेहद खराब हुई पड़ी है। इसका फोटो मैंने सोशल मीडिया पर साझा किया है। जिसमें देखा जा सकता है कि लोहे का झूला फटा पड़ा है। यह झूला बच्चों के लिए कितना जोखिम भरा है, इसका अंदाजा देखकर ही लगाया जा सकता है। यह वही शहर है, जहां पर लोगों ने अपना आशियाना बसाने के लिए जीवनभर की कमाई लगा दी और बदले में यह हालत मिली है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी व्यवस्था को सुधारने का दावा करते हैं, लेकिन हकीकत सबके सामने दिखाई देती है। इसमें केवल अधिकारी और ठेकेदार की मिलीभगत है। कोई भी किसी पर ध्यान नहीं देना चाहता। अगर कोई हादसा हो जाएगा तो इसके जिम्मेदार ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ठेकेदार और अधिकारी होंगे।"