जेवर एयरपोर्ट का निर्माण शुरू हुआ, जानिए किसने फोड़ा नारियल, यह है पूरी जानकारी

आज की सबसे बड़ी खबर : जेवर एयरपोर्ट का निर्माण शुरू हुआ, जानिए किसने फोड़ा नारियल, यह है पूरी जानकारी

जेवर एयरपोर्ट का निर्माण शुरू हुआ, जानिए किसने फोड़ा नारियल, यह है पूरी जानकारी

Tricity Today | जेवर एयरपोर्ट का निर्माण शुरू हुआ

  • - अब पीएम-सीएम बाद में शिलान्यास और भूमि पूजन करेंगे
  • - ज्यूरिख एयरपोर्ट ने चारदीवारी बनाने का काम शुरू किया
  • - यमुना एयरपोर्ट इंटरनेशनल कम्पनी का दफ्तर बनेगा
  • - साथ-साथ एटीसी बिल्डिंग का निर्माण करवाया जाएगा
  • - निर्माण के लिए सोमवार की सुबह अमला मौके पर पहुंचा
Jewar Airport : आज की सबसे बड़ी खबर है। जेवर में प्रस्तावित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) का निर्माण स्विस कम्पनी ने शुरू करवा दिया है। साइट पर कम्पनी का अमला पहुंच गया है। कन्टेनर लगाकर अस्थाई दफ्तर और शेड्स बनाए गए हैं। टीम प्रोजेक्ट पर एकसाथ काम शुरू किया जाएगा। एक तरफ पूरी परियोजना की बाउंड्री वॉल बनाई जाएगी। दूसरी ओर एयर ट्रैफिक कंट्रोल की बिल्डिंग और यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के कार्यालय का निर्माण शुरू किया गया है। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड परियोजना के लिए स्पेशल पर्पज वेहिकल है। जिसमें यमुना अथॉरिटी और स्विस कम्पनी हिस्सेदार हैं।



कर्मचारियों ने खुद नारियल फोड़कर भूमि पूजन किया
निर्माण शुरू करने पहुंची श्रमिकों की टीम ने खुद भूमि पूजन किया है। श्रमिकों ने नारियल फोड़कर निर्माण की शुरुआत की है। जानकारी मिल रही है कि अब काम शुरू हो जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बाद में शिलान्यास करेंगे। अभी प्रधानमंत्री की व्यवस्ता के चलते समय मिल नहीं पा रहा है। मुख्यमंत्री कार्यालय और प्रधानमंत्री कार्यालय के बीच कार्यक्रम तय करने के लिए बातचीत चल रही है। जैसे ही प्रधानमंत्री का समय मिलेगा भूमि पूजन कर दिया जाएगा।

जेवर एयरपोर्ट में दो समूहों के छह हिस्सेदार
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण दो समूहों के 6 हिस्सेदार मिलकर कर रहे हैं। इनमें एक सरकारी हिस्सेदारों का समूह है। दूसरा समूह प्राइवेट पार्टनर्स का है। सरकारी समूह में उत्तर प्रदेश सरकार, नोएडा अथॉरिटी, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी और यमुना अथॉरिटी शामिल हैं। दूसरे समूह में जूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी की भारतीय कम्पनी के साथ अब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शामिल हो गया है। सोमवार को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने इस प्रोजेक्ट के लिए 3,725 करोड रुपए के वित्तपोषण को स्वीकृति दी है। यह पैसा कर्ज और इक्विटी के रूप में दिया गया है।



96 करोड़ रुपये की स्टांप डयूटी लगी
जेवर एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहीत जमीन के लिए 96 करोड़ रुपये की स्टांप डयूटी लगी है। नियाल के चारों साझीदार यह रकम देंगे। सरकार को छोड़कर तीनों प्राधिकरणों ने अपने-अपने हिस्से का पैसा दे दिया है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर के पहले चरण के लिए 1334 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहीत की गई है। सरकार व नोएडा प्राधिकरण 37.5-37.5 प्रतिशत और ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण 12.5-12.5 प्रतिशत देगा। सरकार को छोड़कर अन्य हिस्सेदारों ने अपना-अपना पैसा दे दिया है।



शिलान्यास की तिथि अभी तय नहीं
जेवर एयरपोर्ट के शिलान्यास की तिथि अभी तय नहीं है। हालांकि शिलान्यास से पहले काम शुरू हो गया है। इसके आधारशिला की तारीख बाद में तय की जाएगी। शिलान्यास की तिथि सरकार स्तर पर तय होनी है। अभी इसको लेकर कोई हलचल नहीं है। उम्मीद है कि जल्द ही इसकी तिथि तय हो जाएगी।



दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) दुनिया का चौथा सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाया जाएगा। अभी तक नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 5,000 हेक्टेयर में बनाया जाना था। इसका क्षेत्रफल बढ़ाकर 5,845 हेक्टेयर कर दिया गया है। अब मेंटेनेंस रिपेयर एंड ओवरहालिंग हब (MRO Hub) भी एयरपोर्ट परिसर में ही विकसित किया जाएगा। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने सेक्टर-30 और सेक्टर-31 की 845 हेक्टेयर जमीन भी एयरपोर्ट में समाहित कर दी है। यह बदलाव प्राधिकरण के मास्टर प्लान 2041 में भी किया जा रहा है। इन दोनों सेक्टरों की जमीन पर एमआरओ हब का विकास किया जाना है। इसके साथ ही अब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का क्षेत्रफल बढ़कर 5,845 हेक्टेयर हो गया है। इसके साथ ही यह दुनिया में पांचवें की बजाय चौथा सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा।
 
1,350 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण 
यमुना प्राधिकरण ने जेवर एयरपोर्ट के लिए 1,350 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया है। इससे नंगला गणेशी, नंगला शरीफ, नंगला फूलखां, नंगला छीतर, किशोरपुर, रोही और दयानतपुर खेड़ा की आबादी प्रभावित हुई है। इनके पुनर्वास के लिए जेवर बांगर में भूखंड आवंटित किए गए हैं। जेवर बांगर में प्रत्येक गांव के लिए एक अलग ब्लॉक विकसित किया गया है। प्राधिकरण ने बताया कि प्रभावित परिवारों को भूखंड आवंटन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इस प्रक्रिया के अंतिम चरण में दयानतपुर खेड़ा के प्रभावित परिवारों को 243 भूखंडों का आवंटन हुआ।



किस गांव के कितने परिवारों को मिले भूखंड
गांव                    भूखंडों की संख्या
नगला गणेशी            238
नगला छीतर             767
नगला फूलखां            175
नगला शरीफ             529
किशोरपुर                 12
रोही                        1039
दयानतपुर खेड़ा         243

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 3,725 करोड रुपए के लोन की मंजूरी दी
आपको बता दें कि जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 3,725 करोड रुपए के लोन की मंजूरी दे दी है। परियोजना पर काम कर रही कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से यह पैसा मांगा था। कम्पनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कहा, हमें हवाई अड्डे का विकास करने के लिए देश के सबसे बड़े स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के साथ साझेदारी करके बेहद खुशी हो रही है। बैंक ने कर्ज 20 वर्षों की डोर-टू-डोर अवधि पर उपलब्ध कराया है। हम जेवर में विश्वस्तरीय हवाई अड्डा विकसित करेंगे।

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