Tricity Today | ईस्टर्न और वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर के काम को किया तेज
Greater Noida : कोरोना वायरस संक्रमण और दूसरी वजहों से डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर प्रोजेक्ट का काम सुस्त पड़ गया था। मगर अब इस परियोजना को लेकर तेजी आई है। देरी की भरपाई करने के लिए ईस्टर्न और वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर के काम को और तेज कर दिया गया है। सूरजपुर-कासना में बन रहा पुल अगले महीने तैयार हो जाएगा। जबकि 130 मीटर रोड पर बन रहा अंडरपास अगले दो महीने में निर्मित हो जाएगा। भुमि अधिग्रहण के मुद्दे को हल करते हुए गौतमबुद्ध नगर की सीमा में ईस्टर्न का काम इस साल दिसंबर और वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का काम अगले साल मार्च में पूरा कर लिया जाएगा।
कोरोना महामारी से प्रभावित होने में यह परियोजना भी अछूती नहीं रही है। लगभग छह महीने में यह परियोजना पिछड़ गई। अब इस काम को और तेजी से किया जा रहा है। ईस्टर्न और वेस्टर्न कॉरिडोर का समागम गौतम बुद्ध नगर जिले में होना है। इसलिए इस परियोजना के लिए यह जनपद बहुत ही महत्वपूर्ण है। वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर मुंबई से दादरी तक है। गौतम बुद्ध नगर की सीमा में इसकी लंबाई करीब 17 किलोमीटर है। इस खंड में छोटे बड़े 40 पुल हैं।
यहां भूमि से जुड़ा कोई पेंच नहीं
इसमें से मुख्य रूप से यमुना नदी, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, हिंडन नदी, सूरजपुर-कासना रोड और 130 मीटर रोड पर बड़े ब्रिज बनाए जा रहे हैं। हिंडन नदी पर बनने वाला ब्रिज लगभग पूरा हो गया है। सभी पुलों पर एक साथ काम चल रहा है। इस खंड में जमीन का कोई मसला लंबित नहीं है। उप परियोजना प्रबंधक राजेंद्र सिंह के मुताबिक वेर्स्टन डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर काम बचा हुआ काम तेजी के साथ पूरा किया जा रहा है। सूरजपुर कसना रोड पर बनने वाला ब्रिज अगले महीने तक पूरा हो जाएगा। प्रयास जारी किया जा रहा है कि जल्द से जल्द इस काम को पूरा कर लिया जाए।
रेलवे ओवरब्रिज बनाने का काम तेज
ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर लुधियाना से कोलकाता तक जाना है। यह कॉरिडोर बुलंदशहर के खुर्जा स्टेशन से होकर गुजरेगा। ईस्टर्न एंड वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर को मिलाने के लिए दादरी से खुर्जा तक ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का रेलखंड बनाया जा रहा है। गौतम बुद्ध नगर जिले में इसकी दूरी करीब 17 किलोमीटर है। इसमें आठ रेलवे ओवरब्रिज बनाए जा रहे हैं। उनका काम लगभग 60 प्रतिशत पूरा हो चुका है। सहायक परियोजना निदेशक अखिलेश कुमार ने बताया कि इस काम को प्राथमिकता के आधार पर कराया जा रहा है। दिसंबर तक सभी काम पूरा करा लिए जाएंगे।
भूमि अधिग्रहण में फंस रहा पेंच
दादरी से खुर्जा के बीच करीब तीन जगह जमीन का मसला लंबित है। रिठौरी में 300 मीटर, अजारतपुर में 300 मीटर और बोड़की में 500 मीटर का काम बचा हुआ है। इसको हल करने के लिए अदालत की ओर से दिशा-निर्देश आ चुके हैं। सक्षम अधिकारी इसको हल कराएंगे। इस पर जल्द फैसला हो जाएगा और काम पूरा कर लिया जाएगा। यहां के किसान नये जमीन अधिग्रहण के कानून के तहzत लाभ की मांग कर रहे हैं।