नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कंटेनमेंट जोन ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, गौर सिटी की हालत फिर हुई गंभीर, देखिए पूरी लिस्ट

BIG BREAKING: नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कंटेनमेंट जोन ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, गौर सिटी की हालत फिर हुई गंभीर, देखिए पूरी लिस्ट

नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कंटेनमेंट जोन ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, गौर सिटी की हालत फिर हुई गंभीर, देखिए पूरी लिस्ट

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Contenment Zones in Noida : गौतमबुद्ध नगर में कोरोना का संक्रमण एक बार फिर काफी तेजी से बढ़ रहा है। रोजाना नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बड़ी संख्या में मरीजों (Coronavirus Cases in Noida) की पहचान की जा रही है। अब जिला प्रशासन ने शनिवार की शाम को नई कंटेनमेंट जोन की लिस्ट जारी की है। जिसके अनुसार गौतमबुद्ध नगर में टोटल कंटेनमेंट जोन की संख्या 2313 हो गई है।

शनिवार को गौतमबुद्ध नगर के स्वास्थ्य विभाग की ओर से कंटेनमेंट जोन की नई लिस्ट जारी की गई है। नई लिस्ट में शनिवार कंटेनमेंट जोन शामिल किए गए हैं। कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ने के साथ ही लोगों की परेशानी बढ़ गई है। हालांकि, इस बार कंटेनमेंट जोन सील नहीं किए जा रहे हैं। लोगों के आवागमन पर भी कोई रोक नहीं लगाई गई है। जिला प्रशासन ने पूरे गौतमबुद्ध नगर में नाइट कर्फ्यू लगा दिया है। अब हर रात 8 बजे से अगली सुबह 7 बजे तक लोगों के घरों से निकलने पर पाबंदी रहेगी।

गौर सिटी में 75 कंटेनमेंट जोन
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की गौर सिटी में इस समय कंटेनमेंट जोन की संख्या कुल 75 लोग है। यानी गौर सिटी में कुछ समय के भीतर कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या जिला प्रशासन के मुताबिक कम हुई है। नई कंटेनमेंट जोन लिस्ट के अनुसार गौर सिटी-2 की हाउसिंग सोसाइटी में इस समय 41 कंटेनमेंट जोन है और गौर सिटी-1 के 34 कंटेनमेंट जोन है। इनमें से ज्यादातर लोग विभिन्न अस्पतालों में अपना इलाज करवा रहे हैं। कई डॉक्टरों की सलाह पर होम आइसोलेट हैं। दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन इनकी कांटेक्ट ट्रेसिंग करने में जुटा है।

अस्पतालों में हाल बेहाल 
कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ने की वजह से यहां के अस्पतालों में वेड फूल हो गए हैं। संक्रमण के शिकार लोगों को अस्पतालों में जगह नहीं मिल रही है। बुजुर्ग और गंभीर स्थिति के मरीजो के परिजन अस्पतालों के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन मरीज भर्ती नहीं हो रहे हैं। आलम यह है कि लोग मजबूरन घर पर ही उपचार कर रहे हैं। अस्पतालों में भर्ती लोगों को ऑक्सीजन नहीं मिल रहा है। ऑक्सीजन की भारी किल्लत हो रही है। लोग दवाइयों के लिए दर-दर भटक रहे हैं। रेमडिसीवर दवाई ब्लैक में बिक रही है।

देखिए अपने सेक्टर, गांव और सोसाइटी की स्थिति
 

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