Baghpat News : यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में बागपत जिला भी पीछे नहीं है। बागपत में करीब 9,600 करोड़ से अधिक के निवेश पर मुहर लगी है। लखनऊ के साथ उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन हुआ। बागपत में नए उद्योगों को बढ़ावा देने और पूर्व स्थापित उद्योगों की क्षमता वृद्धि करने के उद्देश्य से जिला मुख्यालय में यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के अंतर्गत निवेश कुंभ का आयोजन किया गया। इसमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर 50,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा।
112 औद्योगिक इकाइयों पर लगी मुहर
इस दौरान जिलाधिकारी राजकमल यादव ने कहा कि बागपत काफी तेजी के साथ विकास कार्य में पड़ रहा है। करीब 112 औद्योगिक इकाइयों पर विकास की मुहर लगी है। बागपत जिला वेस्ट यूपी का एक महत्वपूर्ण जनपद है। जिससे साफतौर पर पता चलता है कि अब बागपत किसी ने पीछे नहीं रहने वाला। आने वाले समय में बागपत बुलंदियों पर पहुंचेगा।
पूरे यूपी में 29.92 लाख हजार करोड़ रुपए के निवेश पर लगी मुहर
यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में पूरे यूपी में 29 लाख 92 हजार करोड़ रुपए के निवेश पर मुहर लगी है। यह पूरे उत्तर प्रदेश के लिए एक ऐतिहासिक पल है। उत्तर प्रदेश का डंका पूरे विश्व में बजा हुआ है। अकेले मुकेश अंबानी ने उत्तर प्रदेश में 75,000 करोड़ रुपए का निवेश किया है। यानी कि मुकेश अंबानी और उनकी कंपनी उत्तर प्रदेश में लाखों लोगों को रोजगार देगी। इस तरीके से रिलायंस और जियो भी उत्तर प्रदेश में विकास की गति को तेज करेंगे। यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मुकेश अंबानी ने चार बड़ी घोषणा की है।
यूपी आज एक नया चैंपियन बनकर उभर रहा
पीएम नरेंद्र मोदी का कहना है, "ग्रीन ग्रोथ के जिस रास्ते पर भारत चल पड़ा है, उसमें तो मैं आप को विशेष रूप से आमंत्रित करता हूं। इस वर्ष के बजट में 35,000 करोड़ रुपये हमने केवल एनर्जी ट्रांजैक्शन के लिए रखे हैं। यह दिखाता है कि हमारा इरादा क्या है। मिशन ग्रीन हाइड्रोजन हमारे इसी इरादे को बुलंद करता है। इस बजट में इससे जुड़ा पूरा इकोसिस्टम विकसित करने के लिए अनेक कदम उठाए गए हैं। इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की ट्रांजैक्शन के लिए एक नई सप्लाई और वैल्यू चैन हम विकसित कर रहे हैं। मुझे खुशी है कि नई वैल्यू और सप्लाई चैन विकसित करने के लिए यूपी आज एक नया चैंपियन बनकर उभरा है। परंपरा और आधुनिकता से जुड़े उद्योगों का एमएसएमई का एक बहुत ही सशक्त नेटवर्क आज उत्तर प्रदेश में वाइब्रेट है। यहां भदोही की कालीन और बनारस की सिल्क है। यूपी अब टेक्सटाइल का हब बन चुका है।"