दादरी प्रत्याशी दीपक भाटी ने कांग्रेस पार्टी के लोगों पर लगाया षड्यंत्र रचने का आरोप, कब्रिस्तान मुद्दे पर दिया बड़ा बयान

ग्रेटर नोएडा : दादरी प्रत्याशी दीपक भाटी ने कांग्रेस पार्टी के लोगों पर लगाया षड्यंत्र रचने का आरोप, कब्रिस्तान मुद्दे पर दिया बड़ा बयान

दादरी प्रत्याशी दीपक भाटी ने कांग्रेस पार्टी के लोगों पर लगाया षड्यंत्र रचने का आरोप, कब्रिस्तान मुद्दे पर दिया बड़ा बयान

Tricity Today | बीच में दादरी प्रत्याशी दीपक भाटी

Greater Noida News : दादरी विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी दीपक भाटी चोटीवाला ने रविवार को ग्रेटर नोएडा मीडिया क्लब में प्रेस वार्ता की। दरअसल, बताया जा रहा है कि बीते कुछ समय से दीपक भाटी चोटीवाला के खिलाफ एक विशेष समुदाय के लोग काफी नाराज हैं। इन लोगों का कहना है कि दीपक भाटी चोटीवाला ने कब्रिस्तान की जमीन पर कब्जा किया। इसलिए हम दीपक भाटी चोटीवाला को वोट नहीं देंगे। इस मुद्दे पर दीपक भाटी और उनके ही गांव के एक मुस्लिम व्यक्ति ने प्रेस वार्ता की।

टिकट होने के बाद ही हुआ बवाल शुरू
प्रेस वार्ता करते हुए दीपक भाटी चोटीवाला ने कहा, "जब से उनका दादरी विधानसभा से टिकट हुआ है। तब से उनकी ही पार्टी के कुछ लोग उनका विरोध कर रहे हैं और उनको हराने के लिए षड्यंत्र रचा जा रहा है। जिस कब्रिस्तान की इस समय बात की जा रही है। उस कब्रिस्तान की जमीन का करीब डेढ़ साल पहले समाधान हो गया है। कब्रिस्तान की जमीन अलग है और हमारी जमीन अलग है।" 

क्या है पूरा मामला
दीपक भाटी चोटीवाला ने आगे कहा, "यह मामला बिसरख गांव का है। जब उनके बड़े भाई ग्राम प्रधान थे तो उस कब्रिस्तान की जमीन काफी छोटी थी। जिसको आबादी से दूर बड़े स्थान पर ट्रांसफर किया गया था। पहले कब्रिस्तान की जमीन को दूसरे स्थान पर ट्रांसफर किया गया, लेकिन वहां पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण स्टेलर जीवन बिल्डर को कब्जा दे दिया। जिसके बाद ग्रामीण लोगों ने बैठकर से बातचीत की और खसरा संख्या 104 व 105 पर कब्रिस्तान की जमीन को ट्रांसफर कर दिया गया। खसरा संख्या 104 व 105 पर काफी लोग जमीन मालिक थे। 

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और दादरी तहसील ने नहीं दिखाई रूचि
दीपक ने आगे बताया, "कब्रिस्तान की जमीन और उनकी जमीन की मेड बंदी नहीं थी, जिसकी वजह से यह मामला काफी समय तक लंबित तो पड़ा रहा लेकिन कोई भी विवाद नहीं हुआ था। इस मामले में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और तहसील में भी काफी चक्कर लगाए। उसके बावजूद भी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और दादरी तहसील ने इस मामले में कोई रुचि नहीं दिखाई। जिसके बाद ग्रामीण लोगों ने आपस में बैठकर इस मामले का समाधान किया। 

डेढ़ साल पहले हुआ समाधान
दीपक भाटी ने बताया कि "करीब डेढ़ साल पहले कब्रिस्तान की जमीन के संरक्षक पप्पन और उनके बीच बातचीत हुई। हमारी जमीन और कब्रिस्तान की जमीन आपस में लगी हुई हैं। आपस में बैठकर पहले कब्रिस्तान ने अपनी चारों तरफ की दीवार कर ली। उसके बाद हमने अपनी दीवार कर ली। इस जमीन पर कोई भी विवाद नहीं है।"

प्राधिकरण ने कब्रिस्तान की जमीन बिल्डर को दी
कब्रिस्तान की जमीन के संरक्षक पप्पन ने बताया कि "इस पूरी जमीन के सारे कार्य उन्होंने खुद किए हैं। दादरी तहसील से लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण तक उन्होंने इस मामले को उठाया था, लेकिन उनका कोई भी विवाद नहीं हुआ। इस मामले को तब उठाया गया, जब ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने पुरानी कब्रिस्तान की जमीन को स्टेलर जीवन को दे दिया और कब्रिस्तान को कहीं और ट्रांसफर कर दिया।"

12,636 वर्ग मीटर जमीन पर कब्रिस्तान का कब्जा
पप्पन ने बताया कि, "कब्रिस्तान की जमीन को ट्रांसफर करने के बाद वहां पर लोगों को दफनाया नहीं जा रहा था, क्योंकि वह इलाका आबादी के पास था, ऐसे समय में लोग डरने लगे थे। उसके बाद कब्रिस्तान की जमीन को खसरा संख्या 104 और 105 पर ट्रांसफर कर दिया गया। यहां पर और भी अन्य लोग जमीन के मालिक थे। जिन्होंने अपनी जमीन पर कब्जा तो कर लिया, लेकिन कब्रिस्तान की जमीन पर भी कब्जा करना चाह रहे थे। हमने ऐसा नहीं होने दिया, कब्रिस्तान की जमीन और दीपक भाटी चोटीवाला की जमीन आपस में लगी हुई है। सबसे पहले हमने 12,636 वर्ग मीटर जमीन पर कब्रिस्तान के लिए कब्जा किया और चार दीवारी की। उसके बाद दीपक भाटी ने अपनी जमीन पर पूर्ण रूप से चार दीवारी करके कब्जा लिया। इसमें कोई भी विवाद नहीं हुआ।"

कांग्रेस पार्टी के लोग ही रच रहे षड्यंत्र : दीपक भाटी चोटीवाला
दीपक भाटी का आरोप है कि उनके खिलाफ उनकी ही कांग्रेस पार्टी के लोग षड्यंत्र रच रहे हैं। उनकी पार्टी के लोग इस मामले को बढ़ावा दे रहे हैं और यह मामला बिल्कुल झूठ है जो लोग मीडिया से बातचीत करके इस मामले को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि "मैं आपको ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब में बैठकर इस प्रेस वार्ता में बताना चाहता हूं कि वह लोग हमारे गांव के ही नहीं है। इस मामले को सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक रूप से मुझे नुकसान पहुंचाने के लिए बढ़ाया जा रहा है और मैं फिर एक बार कह रहा हूं इस मामले को बढ़ाने में कोई और नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी के ही लोग हैं।"

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