Greater Noida : बिसाहड़ा कांड में बड़ी खबर है। गौतमबुद्ध नगर में दादरी क्षेत्र के इस गांव में मोब लिंचिंग के दौरान अखलाक नाम के व्यक्ति की पीट पीटकर हत्या कर दी गई थी। मंगलवार को अखलाक की बेटी शाहिस्ता की गौतमबुद्ध नगर जिला न्यायालय में गवाही हुई। शाहिस्ता ने कहा कि घटना के समय पिता और भाई के साथ वह कमरे में मौजूद थी। आरोपियों ने उसी के सामने पिता की हत्या की। भाई की बेरहमी से पिटाई की। आरोपियों की पिटाई की वजह से उसके पिता की जान गई है। इतना ही नहीं शाहिस्ता ने गांव के 7 और लोगों के नाम अदालत को बताए हैं, जो उस दिन इस हत्याकांड में शामिल थे। शाहिस्ता ने पुलिस पर आरोप लगाया कि इन लोगों को बचाने की नियत से चार्जशीट में नाम शामिल नहीं किए गए।
शाहिस्ता ने 7 और लोगों के नाम अदालत को बताए
अखलाक की बेटी शाहिस्ता की गवाही के बाद मामले में नया मोड़ आ गया है। बचाव पक्ष के वरिष्ठ अधिवक्ता ब्रह्मदत्त गौड़ ने बताया कि गवाही के दौरान शाहिस्ता ने कोर्ट में सात अन्य लोगों के नाम लिए हैं। शाहिस्ता ने कहा है कि जब वह अपने पिता अखलाक और भाई दानिश को अस्पताल ले जा रहे थे। गांव के ही अन्य सात लोगों ने उनका रास्ता रोका था। जिसकी वजह से उनके पिता की मौत हो गई। शाहिस्ता ने गवाही के दौरान यह भी कहा है कि उसने रास्ता रोकने वाले 7 लोगों के नाम इस मुकदमे की सुनवाई कर रहे पूर्व मजिस्ट्रेट को बताए थे, लेकिन फिर भी उन सात लोगों के नाम केस में शामिल नहीं किए गए। ऐसी में कोर्ट में शाहिस्ता की गवाही के बाद सामने आए सात नए लोगों को भी आने वाले दिनों में कोर्ट में तलब किया जा सकता है।
शाहिस्ता इस हत्याकांड की मुख्य गवाह और तहरीर की लेखक हैं
वरिष्ठ अधिवक्ता ब्रह्म दत्त गौड़ ने बताया कि शाहिस्ता अखलाक की बेटी हैं। वह घटना की मुख्य चश्मदीद गवाह हैं। अखलाक हत्याकांड में शाहिस्ता एफआईआर की लेखक भी हैं। आपको बता दें कि दादरी क्षेत्र के गांव बिसाहड़ा में 28 सितंबर 2015 की रात गौहत्या का आरोप लगाकर भीड़ ने अखलाक के परिवार पर हमला बोल दिया था। सैकड़ों की संख्या में लोग अखलाक के घर में घुस गए थे। उसकी पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। उसके बेटे दानिश पर भी कातिलाना हमला किया गया था। हालांकि, लंबे इलाज के बाद दानिश की जान बच गई थी।