Greater Noida News : गौतमबुद्ध नगर जिले के लोगों के लिए कल का दिन बेहद ही महत्वपूर्ण दिन होगा। जिले में डायरेक्ट फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन (डीएफसीसी) के मुंबई से दादरी तक बन रहे वेस्टर्न कॉरिडोर का कार्य पूरा हो चुका है। अब मंगलवार को यहां पर रेल का इंजन दौड़ाकर ट्रायल किया जाएगा। अगर ट्रायल सफल रहा तो जल्द ही इस पर मालगाड़ियों का संचालन शुरू करने का फैसला लिया जाएगा। वहीं, वेस्टर्न कॉरिडोर पर कई अंडरपास और ओवरब्रिज बनाए गई। ताकि आसपास रहने वाले लोगों को कोई दिक्कत न हो। वेस्टर्न कॉरिडोर पर मालगाड़ियों के आवागमन शुरू हो जाने से जिले के उधमियों को अधिक फायदा होगा। इससे उनके सम्मान को लेने और ले जाने के खर्चे में बचत होगी। इसके अलावा स्थानीय लोगों के लिए आमदनी और रोजगार के अवसर पैदा होंगे। जिससे क्षेत्र तेजी के साथ विकास की ओर आगे बढ़ेगा।
जिले में कॉरिडोर का 17 किलोमीटर लंबा हिस्सा
आपको बता दें कि मुंबई से दादरी तक बन रहे वेस्टर्न फ्रंट कॉरिडोर का 17 किलोमीटर का हिस्सा गौतमबुद्ध नगर जिले से होकर गुजर रहा है। जिस के कार्य को 30 जून तक पूरा करने का दावा अधिकारियों ने किया है। ऐसे में अब कॉरिडोर पर पटरी बिछाने का कार्य पूरा कर लिया गया है। अब मंगलवार को वेस्टर्न कॉरिडोर पर रेल गाड़ी दौड़ा कर ट्रायल किया जाएगा। वेस्टर्न कॉरिडोर को बनाने का कार्य कई सालों से चल रहा है। इस कॉरिडोर को पूरा करने की अंतिम तिथि पिछले साल दिसंबर की थी, लेकिन कोविड-19 के कारण कार्य को रोक पड़ा। दोबारा कार्य शुरू होने के बाद तेजी के साथ आगे बढ़ाया गया। अब यह कॉरिडोर बनकर तैयार हो गया है।
30 जून को तैयार कर केंद्र सरकार को सौपा
डीएफसीसी के अधिकारियों ने बताया कि यमुना से पाली गांव तक कॉरिडोर पर इंजन को दौड़ा का ट्रायल किया जाएगा। ट्रायल के समय डीएफसीसी के उच्च स्तर के सभी अधिकारी मौजूद रहेंगे। साथ ही ट्रायल के समय यह देखा जाएगा कि कहीं कोई खामियां तो नहीं है। अगर कोई खामी पाई जाती है तो उसको ठीक किया जाएगा। अफसरों ने बताया कि 30 जून तक इस कॉरिडोर के हिस्से को पूरी तरह तैयार कर केंद्र सरकार को सौंप दिया जाएगा। साथ ही अगर ट्रायल सफल होता है तो जल्द ही पर मालगाड़ी के संचालन को शुरू करने का निर्णय लिया जाएगा।
कॉरिडोर पर इतने ओवर ब्रिज और अंडरपास बनाए गए
जिले में वेस्टर्न कॉरिडोर की 17 किलोमीटर की लंबाई है। ऐसे में लोगों को कठिनाई न हो इसके लिए कॉरिडोर पर 5 ओवर ब्रिज और 13 अंडरपास बनाए गए हैं। इन सब में नोएडा एक्सप्रेसवे पर बना ओवरब्रिज खास है। यहां का ओवर ब्रिज मेट्रो लाइन और एक्सप्रेसवे के ऊपर से होकर गुजर रहा है। अंडरपास और ओवर ब्रिज के निर्माण से स्थानीय लोगों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी।
स्थानीय लोगों के लिए खुलेंगे आमदनी और रोजगार के अवसर
अगर किसी शहर में कोई भी परियोजना आती है तो वहां विकास और रोजगार के अवसर अपने आप ही पैदा हो जाते हैं। जिले में वेस्टर्न फ्रंट कॉरिडोर के निर्माण कार्य के पूरा हो गया है। इस कॉरिडोर पर संचालन शुरू होने से स्थानीय लोगों को अधिक फायदा होगा। लोगों के लिए रोजगार और आमदनी के कई अवसर पैदा होंगे। जब कोई परियोजना एक शहर में शुरू की जाती है तो वहां पर काम करने के लिए बाहर के लोग आकर बसते हैं। ऐसे में स्थानीय लोगों के लिए किराए के जरिए आमदनी का रास्ता खुल जाता है। साथ ही असपास का बाजार भी विकसित होता है।
खामियों को दूर किया जाएगा
डीएफसीसी के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर राजेंद्र सिंह ने बताया कि गौतमबुद्ध नगर जिले में वेस्टर्न कॉरिडोर बनकर तैयार हो गया है। जिस पर 31 मई यानी कल मंगलवार के दिन ट्रायल किया जाएग। ट्रायल के दौरान सभी खामियों को नोट किया जाएगा। जिसके बाद उन सभी को दूर किया जाएगा।