राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में चार दिनों की गिरावट के बाद शनिवार को एक बार फिर प्रदूषण के स्तर में बढोत्तरी दर्ज की गई। शनिवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक ग्रेटर नोएडा सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर रहा। चार दिनों से एनसीआर में लगातार बारिश हो रही थी। इस वजह से प्रदूषण के स्तर में कमी हुई थी। पर शनिवार को वायु गुणवत्ता फिर पुराने स्तर पर पहुंच गई। एनसीआर के सभी शहरों में कमोवेश एक जैसा हाल है। प्रदूषण सूचकांक ऐप समीर के अनुसार शनिवार को ग्रेटर नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 362 दर्ज किया गया।
आज गाजियाबाद में एक्यूआई 353, नोएडा में 350 , फरीदाबाद में 317 और बुलंदशहर में एक्यूआई 329 दर्ज किया गया। इन सभी शहरों में वायु क्वालिटी ‘बेहद खराब’ श्रेणी में है। शनिवार को बागपत में एक्यूआई 291, गुरुग्राम में 215, आगरा में 248 और मेरठ में एक्यूआई 206 एक्यूआई दर्ज किया गया। इन सभी शहरों में वायु गुणवत्ता 'खराब श्रेणी’ में है। आज सुबह हापुड़ में एक्यूआई 93, बल्लभगढ़ में 126 और भिवानी में सबसे कम 88 एक्यूआई रहा।
नोएडा प्रदूषण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी प्रवीण कुमार ने प्रदूषण के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वायु प्रदूषण को रोकने के लिए जनपद में अक्टूबर माह से ग्रेप सिस्टम लागू है। प्रदूषण विभाग, वायु प्रदूषण को रोकने के लिए कई योजनाएं चला रहा है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) को 0-50 के बीच 'बेहतर, 51-100 के बीच 'संतोषजनक, 101 से 200 के बीच 'सामान्य, 201 से 300 के बीच 'खराब, 301 से 400 के बीच 'बेहद खराब और 401 से 500 के बीच 'गंभीर माना जाता है।