मीना भार्गव के कुर्सी छोड़ने के बाद विभाग के कर्मचारी खुश, चंदा इकट्ठा कर पार्टी की 

ग्रेटर नोएडा : मीना भार्गव के कुर्सी छोड़ने के बाद विभाग के कर्मचारी खुश, चंदा इकट्ठा कर पार्टी की 

मीना भार्गव के कुर्सी छोड़ने के बाद विभाग के कर्मचारी खुश, चंदा इकट्ठा कर पार्टी की 

मीना भार्गव | मीना भार्गव

Greater Noida : ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की जनरल मैनेजर प्लानिंग मीना भार्गव को सीईओ ने रिलीव कर दिया है। उनके दफ्तर छोड़ते ही दफ्तर के बाबू और कर्मचारियों ने मिठाई बांटकर खुशी जाहिर की है। इसके लिए मीना भार्गव के दफ्तर के कर्मचारियों ने चंदा इकट्ठा कर मिठाई बांटी और देर शाम पार्टी भी की है। इसमें देर शाम को दफ्तर के कई सीनियर मैनेजर और कर्मचारी शामिल हुए। 

300 करोड़ रूपए के घोटाले का आरोप
आपको बता दें कि मीना भार्गव का तबादला 15 जुलाई 2021 को हो गया था, लेकिन अपने रसूख के चलते ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में जनरल मैनेजर प्लानिंग के मलाईदार पद पर तैनात रही। हाल ही में 300 करोड़ रूपए के घोटाले का आरोप लगा है। इस मामले में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी अदिति सिंह ने जांच के आदेश दिए हैं, लेकिन जांच रिपोर्ट आने से पहले ही मीना भार्गव को यहां से हटा दिया गया है। अब जनरल मैनेजर प्लानिंग का चार्ज सीनियर मैनेजर सुधीर कुमार को दिया गया है।

15 जुलाई 2021 को हुआ था ट्रांसफर
एक और गंभीर बात यह है कि शासन से जब दो बार तबादला आदेश जारी होने के बाद वह रिलीव नहीं की गईं थी। इस शासन ने नाराजगी जाहिर की। कुछ समय पहले कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते हुए शासन स्तर से ही उन्हें रिलीव कर दिया था। इसके बावजूद सीईओ ने महाप्रबंधक को पद से नहीं हटाया था। वह 23 जून 2022 तक भी ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में काम कर रही थी। इस मामले में उत्तर प्रदेश शासन ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से सवाल पूछे थे। इस पर प्राधिकरण की ओर से जवाब आया था कि मीना भार्गव के पास बहुत बड़ी जिम्मेदारी है और अगर उनको हटा दिया गया तो काम ठप जाएगा, लेकिन अब उत्तर प्रदेश शासन ने उनको तत्काल यूपीसीडा कानपुर जाने के आदेश दिए और वह गुरुवार की सुबह कानपुर के लिए रवाना हो गई।

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