यीडा बनाएगा दनकौर और बिलासपुर क्षेत्र को पर्यटन स्थल, धनोरी वेटलैंड बनेगा अंतरराष्ट्रीय स्तर का पक्षी विहार

अच्छी खबर : यीडा बनाएगा दनकौर और बिलासपुर क्षेत्र को पर्यटन स्थल, धनोरी वेटलैंड बनेगा अंतरराष्ट्रीय स्तर का पक्षी विहार

यीडा बनाएगा दनकौर और बिलासपुर क्षेत्र को पर्यटन स्थल, धनोरी वेटलैंड बनेगा अंतरराष्ट्रीय स्तर का पक्षी विहार

Google Image | Dhanori Wetland

Greater Noida News : वन विभाग अब गौतमबुद्ध नगर जिले में एक और पक्षी विहार को विकसित करेगा। फिलहाल ओखला में एक पक्षी विहार है। अब दनकौर के धनोरी वेटलैंड को पक्षी विहार के रूप में विकसित किया जाएगा। जिस के संबंध में वन विभाग द्वारा प्राधिकरण से एनओसी मांगी गई है। इसी के साथ वेटलैंड की जमीन को अधिसूचित करने की मांग की है। विभाग को प्राधिकरण से एनओसी मिलते के साथ ही धनोरी वेटलैंड को पक्षी विहार के रूप में विकसित करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इस वेटलैंड को अंतरराष्ट्रीय स्तर के पक्षी विहार की तरह बनाया जाएगा। 

वेटलैंड की 100 बीघा जमीन को 150 बीघा करने की मांग की 
इसी के साथ विभाग द्वारा धनोरी वेटलैंड को रामसर साइट घोषित करने की पैरवी को भी आगे बढ़ाया जाएगा। प्राधिकरण द्वारा दनकौर और बिलासपुर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की तैयारी की जा रही है। जिसके लिए अब धनोरी वेटलैंड को अंतरराष्ट्रीय स्तर के पक्षी विहार के रूप में बनाया जाएगा। यह वेटलैंड करीब 100 बीघा जमीन पर फैला हुआ है। यहां पर हर वर्ष लाखों की संख्या में विदेशी पक्षियों आते हैं। वन विभाग ने भी अपनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। पिछले हफ्ते विभाग द्वारा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और अरुण वीर सिंह के साथ बातचीत की साथ ही उन्होंने वेटलैंड की 100 बीघा जमीन को 150 बीघा करने की मांग की। जिससे वेटलैंड के वहां पर सभी सुविधाएं को उपलब्ध कराया जा सकेगा। 

सारस के गढ़ से जाना जाता धनोरी वेटलैंड 
अब वन विभाग द्वारा प्राधिकरण से वेटलैंड की जमीन को अधिसूचित करने और वेटलैंड को विकसित करने की मांग की है। इसके बाद विभाग वेटलैंड को रामसर साइट घोषित करने की प्रक्रिया पर काम करेगा। यह जिले का ओखला के बाद दूसरा पक्षी विहार होगा। आपको बता दें कि धनोरी वेटमेंट को सारस का गढ़ कहा जाता है। क्योंकि यहां पर सबसे ज्यादा सारस पक्षी निवास करते हैं। वहीं, रामसर साइट घोषित होने के बाद धनोरी वेटलैंड अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंच जाएगा। उन्हीं वेटलैंड को रामसर साइट घोषित किया जाता है। जहां पर पानी की उचित व्यवस्था अच्छा वातावरण और बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। 

क्या होता है रामसर 
ईरान के शहर रामसर में 1971 में वेटलैंड पर सम्मेलन हुआ था। रामसर कन्वेंशन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता देने से पहले वाइल्ड लाइफ, ईको सिस्टम समेत कई मानकों की जांच की जाती है। 160 देशों ने रामसर कन्वेंशन स्वीकार किया है। रामसर साइट में दर्ज होने से वेटलैंड को मिलने वाले बजट और अंतरराष्ट्रीय सहयोग में भी बढ़ोतरी होती है।

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