गौतमबुद्ध नगर की जेवर सीट से भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह (Dhirendra Singh MLA) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को प्राइवेट कॉर्पोरेट अस्पतालों को लेकर एक पत्र लिखा। जिसमें विधायक ने कहा, "इस महामारी के दौर में प्राइवेट अस्पतालों को अपने दायित्वों का बोध करना चाहिए। इस पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) की नोएडा शाखा ने तीखी आपत्ति जाहिर की। आईएमए की नेशनल बॉडी की ओर से नोएडा शाखा का पत्र धीरेंद्र सिंह को भेजा गया। अब रविवार को धीरेंद्र सिंह ने आईएमए को अपना जवाब भेजा है। जिसमें उन्होंने लिखा है, "अगर जनता के दुख दर्द की बात करना गलती है तो मैं यह गलती बार-बार करूंगा।"
विधायक ने कहा- IMA Noida भ्रम फैला रही है
धीरेन्द्र सिंह आईएमए की नेशनल बॉडी को पत्र लिखकर कहा, "आपका ध्यान 19 मई 2021 को लिखे मेरे पत्र की ओर आकृष्ट कराना चाहता हूं। जिसमें मैंने सिर्फ उन निजी अस्पतालों को कर्तव्य बोध कराने के लिए लिखा गया था, जो कोरोना महामारी के समय जन भावनाओं के माध्यम से मुझे ज्ञात हुआ। अगर आप पूरा पत्र पढ़ेंगे तो उसमें कहीं भी डॉक्टर शब्द का उल्लेख नहीं है। लेकिन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन नोएडा आपको भ्रमित करके डॉक्टरों को ढाल बनाकर मेरे पत्र की मूल भावना से आपका व अन्य लोगों का ध्यान भटकाना चाहती है। जबकि आप पूरा पत्र पढ़ें। उसमें कहीं भी किसी डॉक्टर का जिक्र नहीं है। इसीलिए मैंने एक पत्र आज आपको आपके ऑफिशियल ईमेल पर भी प्रेषित किया था। जिसे आपको पढ़ना चाहिए।"
जनभावनाएं पीएम-सीएम तक पहुंचाना मेरी नैतिक जिम्मेदारी : विधायक
धीरेन्द्र सिंह ने पत्र में आगे लिखा है, "आप जब मेरे पत्र को पढ़ेंगे और फिर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन नोएडा के पत्र को पढ़ेंगे, तो स्वत: ही आपको स्पष्ट हो जाएगा कि नोएडा मेडिकल एसोसिएशन द्वारा तथ्यों को छिपाया गया है। मैं पुन: आपके संज्ञान में लाना चाहता हूं कि मैंने सिर्फ जन भावनाओं को पहुंचाने का कार्य किया है और अगर जनभावनाओं को सम्बंधित तक पहुंचाना गलत है, तो मैं यह गलती आगे भी करता रहूंगा। क्योंकि जिस जनता ने मुझे चुना है, मेरा उनके प्रति उत्तरदायित्व भी हैं और उनकी भावनाओं को पहुंचाना मेरी नैतिक जिम्मेदारी भी है। आपसे अपेक्षा करूंगा कि खुले दिमाग से आप मेरे पत्र, नोएडा मेडिकल एसोसिएशन के पत्र और आज आपको भेजे गए मेरे पत्र पर पुन: दृष्टिपात कर लें। असलियत दूध की तरह आपके सामने आ जाएगी।"
आईएमए नोएडा ने प्राइवेट अस्पतालों को डॉक्टरों से जोड़ा
धीरेंद्र सिंह ने सोमवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की नेशनल बॉडी को दो पत्र भेजे हैं। एक पत्र विधायक की ओर से सोमवार की सुबह और दूसरा शाम को भेजा गया है। विधायक ने आईएमए को भेजे पहले पत्र में लिखा है, "आईएमए नोएडा भ्रम फैला रही है। प्राइवेट अस्पतालों के लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को भेजे गए मेरे पत्र पर गलतबयानी की जा रही है। पत्र की विषयवस्तु को बदलने के लिए प्राइवेट अस्पतालों के स्थान पर बार-बार डॉक्टर शब्द का इस्तेमाल किया जा रहा है। मैंने अपने पत्र में कहीं भी डॉक्टर के बारे में कुछ नहीं लिखा है।" विधायक ने कहा, "यह सबकुछ आईएमए नोएडा की ओर से जानबूझकर किया गया है। इस पर आपको संज्ञान लेना चाहिए।"
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि गौतमबुद्ध नगर के जेवर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने 19 मई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक मार्मिक पत्र लिखा। इसमें उन्होंने कोरोना वायरस के इस भयावह कालखंड में निजी अस्पतालों की निष्ठुरता पर प्रहार किया था। विधायक ने लिखा है कि यह ऐसा वक्त है, जब निजी अस्पतालों को उनके कर्तव्यों का बोध कराया जाए। इस पत्र के जरिए उन्होंने निजी अस्पतालों की कार्यशैली और उनके जिम्मेदारियों के प्रति लापरवाही पर ध्यान आकर्षित किया है।
विधायक ने लिखा कि कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर में पूरे देश से प्राइवेट हॉस्पिटल्स की मनमानियों के मामले जगजाहिर हुए हैं। यूपी की शान और आर्थिक राजधानी गौतमबुद्ध नगर के कई बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल्स पर भी गंभीर आरोप लगे हैं। जबकि, इन अस्पतालों ने जनकल्याण के कार्यों में बिल्कुल भी रुचि नहीं दिखाई है। कोई ऐसा वाकया सामने नहीं आया है, जिसमें यह पता चला हो कि किसी प्राइवेट हॉस्पिटल ने किसी लाचार और मजदूर वर्ग के मरीज का निशुल्क या कम पैसे में इलाज किया हो। इस पत्र पर आईएमए नोएडा ने आपत्ति जाहिर की और प्रेस बयान जारी करके विधायक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अब विधायक ने आईएमए की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को पत्र लिखा है।