Tricity Today | वरुण भाटी, सुहास एलवाई और प्रवीण कुमार
Gautam Buddh Nagar : जापान की राजधानी टोक्यो में 24 अगस्त से 8 सितंबर तक चलने वाले पैरालंपिक 2020 खेलों में गौतमबुद्ध नगर के तीन खिलाड़ी अपना दमखम दिखाएंगे। हालांकि भारत की तरफ से इन स्पोर्ट्स इवेंट्स में कुल 54 पैरा लम्पिक प्लेयर हिस्सा ले रहे हैं। मगर गौतमबुद्ध नगर के निवासियों की निगाहें जिलाधिकारी सुहास एलवाई (DM Suhas LY IAS), वरुण सिंह भाटी और प्रवीण कुमार पर टिकी हैं। डीएम सुहास एलवाई पुरुष सिंगल्स के बैडमिंटन में 2 सितंबर को अपना दम दिखाएंगे। जबकि वरुण सिंह भाटी पुरुष ऊंची कूद में 31 अगस्त को और प्रवीण कुमार पुरुष ऊंची कूद प्रतियोगिता में 3 सितंबर को हिस्सा लेंगे।
पैरालंपिक खेलों के लिए टोक्यो जाने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी खिलाड़ियों से भेंट की थी। उन्हें देश के लोगों की तरफ से शुभकामनाएं दीं। बताते चलें कि टोक्यो में 24 अगस्त से पैरालंपिक खेलों की शुरुआत हो चुकी है। यह प्रतियोगिता 5 सितंबर तक चलेगी। हालांकि भारतीय खिलाड़ियों का पहला मुकाबला 27 अगस्त को तीरंदाजी स्पर्धा से शुरू होगा। इससे पहले हाल ही में समाप्त हुए ओलंपिक में भारत ने शानदार प्रदर्शन किया था और एक गोल्ड समेत 7 मेडल अपने नाम किए थे। अब लोगों को उम्मीद है। वरुण भाटी पहले ही टोक्यो पहुंच चुके हैं। जबकि डीएम सुहास एलवाई आज रवाना हुए हैं। प्रवीण कुमार शनिवार को टोक्यो के लिए निकलेंगे।
31 अगस्त को वरुण भाटी का कार्यक्रम
कार्यक्रम के मुताबिक सबसे पहले 31 अगस्त को ग्रेटर नोएडा के छोटे से गांव जमालपुर के रहने वाले वरुण सिंह भाटी अपना प्रदर्शन दिखाएंगे। वह पुरुषों के हाई जंप प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लेंगे। वरुण भाटी का जन्म 1995 में हुआ था। बचपन में वह पोलियो के शिकार हो गए थे। इससे उनका एक पैर लकवाग्रस्त हो गया था। लेकिन वरुण ने दिव्यांगता को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया। उन्होंने 2014 में इंचियोन पैरा एशियाई खेलों में 5वां स्थान हासिल किया था।
2 सितंबर को डीएम सुहास एलवाई दिखाएंगे दम
इसके बाद 2 सितंबर को जिलाधिकारी सुहास एलवाई बैडमिंटन के पुरुष सिंगल्स में अपना दम दिखाएंगे। डीएम इससे पहले भी कई बड़े मेडल अपने नाम दर्ज कर चुके हैं। सुहास एलवाई दुनिया के नंबर-3 बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। वर्ल्ड बैडमिंटन फेडरेशन ने उनका सिलेक्शन किया है और इस बारे में इंडियन एसोसिएशन को जानकारी दे दी गई है। सुहास एलवाई ने टोक्यो पैरा ओलंपिक के लिए अपने चयन की पुष्टि की है। उन्होंने कहा, "वह फिर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की पुरजोर कोशिश करेंगे। इस बार फिर स्वर्ण पदक हासिल करना उनका लक्ष्य है।" आपको बता दें कि वर्ष 2018 में हुए पैरा ओलंपिक में सुहास एलवाई ने स्वर्ण पदक हासिल किया था।
कर्नाटक के मूल निवासी हैं सुहास एलवाई
सुहास लालिनाकेरे यतिराज का जन्म कर्नाटक के हासन में यतिराज एलके और जयश्री सीएस के घर हुआ था। प्रारंभिक स्कूली शिक्षा मांड्या जिले के पास डूड्डा में हुई। उनके पिता सरकारी कर्मचारी थे, इसलिए उन्हें अलग-अलग जगहों पर अपनी पोस्टिंग के दौरान पिता के साथ घूमना-फिरना पड़ता था। उन्होंने अपनी अधिकांश माध्यमिक शिक्षा डीवीएस स्वतंत्र कॉलेज शिवमोग्गा कर्नाटक में की। उन्होंने 2004 में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान सुरथकल कर्नाटक से कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग शाखा में विशिष्ट योग्यता के साथ प्रथम श्रेणी में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
प्रवीण कुमार 3 सितंबर को खेलेंगे
जेवर के गोविंदगढ़ के निवासी दिव्यांग प्रवीण कुमार टोक्यो पैरालम्पिक में हिस्सा ले रहे हैं। प्रवीण कुमार आज टोक्यो के लिए रवाना हो गए। वह ऊंची कूद में हिस्सा लेंगे। वह पैरा ओलंपिक में भाग लेने वाले गौतम बुद्ध नगर जनपद के यह तीसरे खिलाड़ी हैं। प्रवीण कुमार ने 2016 में स्कूल और जिला स्तर पर बेहतर प्रदर्शन किया था। साल 2017 में छत्तीसगढ़ के रायपुर में स्थित स्कूल में शानदार प्रदर्शन किया। प्रवीण कुमार को 3 सितंबर को पुरुषों के हाई जंप प्रतियोगिता में अपनी काबिलियत दिखाने का मौका मिलेगा। प्रवीण कुमार इससे पहले नेशनल और स्टेट चैंपियनशिप में 10 से ज्यादा गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुके हैं।
दिल्ली में तीन सालों से पैरा ओलंपिक की कर रहे तैयारी
प्रवीण कुमार एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता अमरपाल सिंह सिंचाई विभाग में तैनात हैं और माता निर्दोष देवी गृहणी है। प्रवीण के प्रदर्शन को देखते हुए उनके कोच सतपाल सिंह ने 2018 से ही दिल्ली बुलाकर ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया था।