त्योहारी सीजन में ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त हो ना जाना साइबर ठगों का शिकार, पढ़िए बचने के तरीके

यूपी साइबर क्राइम एसपी त्रिवेणी सिंह से खास बातचीत : त्योहारी सीजन में ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त हो ना जाना साइबर ठगों का शिकार, पढ़िए बचने के तरीके

त्योहारी सीजन में ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त हो ना जाना साइबर ठगों का शिकार, पढ़िए बचने के तरीके

Tricity Today | यूपी साइबर क्राइम एसपी त्रिवेणी सिंह

Greater Noida Desk : त्योहार का सीजन शुरू हो गया है। इसी के साथ लोग ऑनलाइन शॉपिंग करने के लिए ऑफर की तलाश कर रहे हैं, लेकिन इन ऑफर के चक्कर में काफी लोग साइबर अपराधियों के झांसे में आ जाते हैं और लाखों रुपए गवां देते हैं। इसलिए जरूरत है कि लोगों को जागरूक होना चाहिए। 

आपका भी हो सकता है बैंक अकाउंट खाली
उत्तर प्रदेश के साइबर क्राइम एसपी त्रिवेणी सिंह, "आईपीएस" ने ट्राईसिटी टुडे से बातचीत करते हुए कहा, "लोगों को ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त थोड़ा सतर्क रहना चाहिए। किसी भी तरीके के ऑफर के नाम पर भेजे गए लिंक पर क्लिक न करें। इससे आपका बैंक अकाउंट हैक हो सकता है और साइबर क्रिमिनल आपके अकाउंट को खाली कर देगा। 

पेमेंट करते वक्त ध्यान दें
अगर आप ऑनलाइन शॉपिंग करना चाहते हो तो ऑफिशल वेबसाइट पर ही शॉपिंग करें। जिस वेबसाइट के बारे में आप जानते तक नहीं हो, उस पर बिल्कुल भी क्लिक न करें। ऑनलाइन शॉपिंग करने के दौरान अगर आप ऑनलाइन पेमेंट करते हो तो इसमें सावधानी बरतनी की आवश्यकता है। पेमेंट करते वक्त ध्यान दें और पूरी जागरूकता के साथ ऑनलाइन पेमेंट करें। हो सके तो ऑनलाइन पेमेंट से बचें। 

जल्दबाजी में ऑनलाइन शॉपिंग ना करें
अगर आपके मोबाइल फोन या फिर ईमेल पर कोई ऑफर का लिंक आता है तो उस पर क्लिक न करें। ऐसा करने से आपका बैंक अकाउंट खाली हो सकता है। किसी भी अनजान वेबसाइट पर सर्च ना करें। हो सके तो ब्रांड की ऑफिशल वेबसाइट पर ही जाकर ऑनलाइन शॉपिंग करें। इसके अलावा शॉपिंग करते वक्त किसी को अपना ओटीपी शेयर ना करें। अगर कोई ओटीपी आता है तो उसे ध्यान पूर्वक पढ़ें। जल्दबाजी में ऑनलाइन शॉपिंग ना करें।

नोएडा समेत यह इलाके बड़े साइबर क्रिमिनलों के अड्डे
उत्तर प्रदेश साइबर क्राइम के स्पीड प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह ने बताया कि अंतरराज्यीय सीमा क्षेत्र साइबर ठगों के लिए इस तरह के अपराध करने के लिए अनुकूल और सबसे उपयुक्त स्थान मेवात, जामताड़ा, नूंह, अलवर, मथुरा और नोएडा है। साइबर अपराधी अलग जगह पर अपराध करते हैं और अलग जगह पर रहते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पहचान हमेशा नकली पाई जाती है और उन्हें केवल स्थान के आधार पर पकड़ा जा सकता है, यही वजह है कि उनके लिए सीमावर्ती क्षेत्रों से लगातार अपना ठिकाना बदलना सुविधाजनक हो जाता है। 

त्रिवेणी सिंह की लोगों से अपील
त्रिवेणी सिंह ने बताया कि महानगर नोएडा में सभी सुविधाओं के साथ एक छोटे से नोटिस पर आसानी से कॉल सेंटर स्थापित किया जा सकता है। इन केंद्रों से विदेशी सबसे ज्यादा ठगे जाते हैं क्योंकि इससे उनके और पीड़ित के बीच की दूरी के कारण पकड़े जाने का जोखिम कम हो जाता है। ठग उनके पासपोर्ट को सत्यापित करने का बहाना करके उन्हें धोखा देते हैं। उन्होंने बताया कि जीरो-ट्रस्ट मॉडल को अपनाना रक्षा का सबसे अच्छा तरीका है। स्वतंत्र रूप से बात करने या संवेदनशील विवरण साझा करने से पहले अच्छी तरह से सोच लेना चाहिए। एसएसपी ने बताया की किसी को ठगों की पहचान तब करनी चाहिए जब फोन करने वाला पैसे मांगता है, क्योंकि कोई भी सरकारी कर्मचारी या अधिकारी फोन पर पैसे की मांग नहीं करता है।

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