Greater Noida : नोएडा और ग्रेटर नोएडा में लोगों का लिफ्ट में फंसना थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल के दिनों में लिफ्ट बंद होने की घटना बढ़ गई है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग लिफ्ट में फंस रहे हैं। हाल में ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर साइट सी स्थिति मिग्सन ग्रीन मेंशन सोसायटी में बिजली जाने के बाद 72 साल के बुजुर्ग करीब 20 मिनट तक लिफ्ट में फंसे रहे। आरोप है कि इमरजेंसी अलार्म और इंटरकॉम काम नहीं कर रहा था। कई बार बटन दबाने के बाद भी मदद नहीं मिली। इस मामले में बुजुर्ग के परिजनों ने मेंटेनेंस डिपार्टमेंट के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी है। इस घटना के बाद सोसाइटी में रोष है।
गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ.महेश शर्मा जन कल्याण अभियान के लिए ‘नमो ऐप’ पर पूरे देश में अव्वल सांसद रहे हैं।
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समय पर नहीं मिली मदद
अपार्टमेंट ओनर्स असोसिएशन (AOA) के सचिव सुजीत शर्मा ने बताया कि बी टावर में सातवें फ्लोर पर परिवार रहता है। मंगलवार सुबह बच्चों को बस स्टॉप तक छोड़कर उनके पिता घर आ रहे थे। अपने फ्लोर पर जाते समय बत्ती गुल हो गई। जिसकी वजह से बुजुर्ग लिफ्ट में फंस गया। सोसायटी में पावर बैकअप की व्यवस्था न होने की वजह से लिफ्ट छठे फ्लोर पर करीब 20 मिनट तक अटकी रही। इस दौरान बुजुर्ग को सांस लेने में दिक्कत हुई। कड़ी मशक्कत के बाद मेंटेनेंस डिपार्टमेंट ने व्यक्ति को निकाला।
बढ़ रहे हैं हादसे लेकिन कोई जवाबदेह नहीं
नोएडा, ग्रेटर नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद हाइराइज इमारतों वाले शहर हैं। इन शहरों की ज्यादातर आबादी इन इमारतों में रह रही है। लाखों लोगों को हर वक्त लिफ्ट के सहारे रहना पड़ता है। ऐसे में लगातार हो रहे हादसों से लोग डरे हुए हैं। पिछले दिनों बच्चों के लिफ्ट में फंसने की कई घटनाएं सामने आई हैं। यह घटनाएं लगातार हो रही हैं। परेशानी की असली वजह इनका प्रॉपर मेंटेनेंस नहीं होना है। दरअसल, सोसायटियों में लिफ्ट के रखरखाव की जिम्मेदारी किस पर है, लिफ्ट में हादसा हो तो उसे किसकी गलती मानी जाए और किस पर कार्रवाई की जाए, यह तय नहीं है। यह तभी संभव होगा जब लिफ्ट एक्ट बनेगा।