Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण "लैंड बैंक" के लिए किसानों से जमीन खरीदना चाहता है, लेकिन इसका विरोध हो रहा है। सोमवार के बाद मंगलवार को भी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम गांवों में जमीन खरीदने के लिए पहुंची, लेकिन वहां से उनको उल्टे पांव भागना पड़ा। अधिकारियों को किसानों ने टिकने नहीं दिया। जिसकी मुख्य वजह यह है कि किसान बढ़ा हुआ मुआवजा मांग रहे हैं। जबकि, अथॉरिटी पुराना मुआवजा देना चाहती है। इसी को लेकर दोनों में सहमति नहीं बनी और किसानों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों को उल्टे पांव भगा दिया।
10 गांवों में अधिग्रहण
दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के द्वारा "लैंड बैंक" के लिए किसानों से जमीन खरीदी जा रही है। इसको लेकर प्राधिकरण ने योजना बना ली। प्राधिकरण ने अपने क्षेत्र के 10 गांवों में जाकर जमीन खरीदने का फैसला लिया है। जिसमें कैंप लगाकर किसानों से जमीन खरीदी जाएगी, लेकिन इसका जमकर विरोध हो रहा है। सोमवार को खेड़ी गांव में अधिकारी पहुंचे, लेकिन वहां से उल्टे पांव भागना पड़ा। अब मंगलवार को सुनपुरा गांव ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी पहुंचे थे, लेकिन वहां पर भी किसानों ने उनको टिकने नहीं दिया।
किसानों में भारी आक्रोश
सुनपुरा गांव के किसानों का कहना है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण मुफ्त में किसानों की जमीन लेना चाहता है। ऐसा पिछले करीब 10 सालों से हो रहा है। किसानों को उनकी जमीन का पूरा हक और मुआवजा नहीं दिया जाता। इसको लेकर किसान विरोध कर रहे हैं। लैंड बैंक में जमीन एकत्रित करने के लिए प्राधिकरण ने योजना चलाई, लेकिन उनकी योजना शुरू होने से फेल हो गई। शुरुआत खेड़ी गांव से हुई थी, लेकिन पहले दिन ही खेड़ी गांव के निवासियों ने इसका विरोध कर दिया था और अब मंगलवार को सुनपुरा गांव में भी विरोध हुआ। किसानों की मांग है कि उनको उचित मुआवजा दिया जाए। इसके साथ उनकी सभी मांगों को पूरा किया जाए।
जमीन का फिर क्या होगा?
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण आगामी प्रोजेक्ट और मास्टर प्लान के लिए किसानों से जमीन खरीदना चाहता है। इस जमीन को लैंड बैंक में एकत्रित करेंगे और फिर उसके बाद आने वाले समय में उद्योगपति को दे देंगे। इसके अलावा जिले में आने वाली कंपनियों और फेक्ट्री लगाने वालों को जमीन दी जाएगी।
इन गांवों में होना है जमीन का अधिग्रहण
खेड़ी
सुनपुरा
खोदना
वैदपुरा
भोला रावल
अच्छेजा
लड़पुरा
जौन समाना
तिलपता करनवास
भनौता