Tricity Today | किसानों को गेहूं खरीद में हो रही परेशानी
गौतमबुद्ध नगर के किसानों को जिले के गेहूं क्रय केंद्रों पर अपनी फसल बेचने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि तीन-चार दिन से लेकर एक सप्ताह तक तौल का इंतजार करना पड़ रहा है। इस दौरान क्रय केंद्रों के बाहर किसानों को दिन-रात गुजारने पड़ रहे हैं। किसानों का कहना है कि बोरे और बारदाने की भारी कमी है। जिला प्रशासन समस्या का समाधान नहीं कर पा रहा है। गौतमबुद्ध नगर में सबसे ज्यादा गेहूं बेचने वाले किसान जेवर विधानसभा क्षेत्र के हैं। इस बारे में जेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह का कहना है कि उन्होंने डीएम, रीजनल फूड कमिश्नर और शासन में बातचीत की है।
गौतमबुद्ध नगर जिले में इस बार फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, संभागीय खाद्य विपणन विभाग और कॉपरेटिव के 29 गेहूं क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) गेहूं खरीद की निगरानी कर रही हैं। उनका कहना है कि इस साल अब तक 32,000 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद किसानों से की जा चुकी है। यह पिछले साल हुई कुल खरीद से 4,000 मीट्रिक टन ज्यादा है। मतलब, पिछले साल केवल 28,000 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई थी।
एडीएम ने कहा, राज्य सरकार ने 15 जून तक गेहूं खरीद करने का लक्ष्य निर्धारित किया था, लेकिन अभी भी बड़ी संख्या में ऐसे किसान बचे हैं, जो गेहूं की फसल बेचना चाहते हैं। लिहाजा, राज्य सरकार ने अगले 15 दिन और गेहूं खरीद करने के लिए बढ़ा दिए हैं। मतलब, अब 30 जून तक गेहूं खरीद की जाएगी। लिहाजा, किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। सभी किसानों से गेहूं खरीदा जायेगा। बोरे और बारदाने का इंतजाम किया जा रहा है।
दूसरी ओर दनकौर, रबूपुरा, जेवर और जहांगीरपुर क्षेत्र के गांवों से गेहूं बेचने वाले केंद्रों पर पहुंच रहे किसानों का कहना है कि कम से कम 3 दिन तो तौल करवाने में लग रहे हैं। कई बार 5 दिन और एक सप्ताह का वक्त भी लग रहा है। किसानों के ट्रैक्टर-ट्रॉली तौल केंद्रों के बाहर खड़े हैं। दिन-रात किसानों को पहरेदारी करनी पड़ रही है। दरअसल, तौल केंद्रों पर बोरे नहीं हैं और बारदाने की भारी किल्लत है। इस बारे में किसानों ने जेवर के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह को भी जानकारी दी है।
विधायक धीरेंद्र सिंह का कहना है कि उन्होंने मेरठ आरएफसी से बात करके कई बार बोरों का इंतजाम करवाया है। इस मसले को लेकर शनिवार को भी आरएफसी से फोन पर बात की है। मेरठ के मण्डलायुक्त को भी पर्याप्त संख्या में बोरे मुहैया करवाने के लिए कहा है। विधायक ने कहा, "अभी बड़ी संख्या में ऐसे किसान बच गए हैं, जो गेहूं बेचना चाहते हैं। मैंने मुख्यमंत्री को तौल का वक्त बढ़ाने के लिए शनिवार को पत्र लिखा था। मुख्यमंत्री कार्यालय से तौल का समय आगे बढ़ाने की मांग की थी। मैं मुख्यमंत्री का आभारी हूं, उन्होंने गेहूं खरीदने का वक्त 30 जून तक बढ़ा दिया है। जिले में कोई भी किसान अगले 15 दिनों में अपना गेहूं सरकारी केंद्र पर बेच सकता है।"