एक मंच पर आए 20 संगठन, पुलिस और प्रशासन ने भी कमर कसी

गौतमबुद्ध नगर के किसानों का 'संसद कूच' का ऐलान : एक मंच पर आए 20 संगठन, पुलिस और प्रशासन ने भी कमर कसी

एक मंच पर आए 20 संगठन, पुलिस और प्रशासन ने भी कमर कसी

Tricity Today | ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर नौवें दिन बुधवार को महापंचायत हुई।

Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर नौवें दिन बुधवार को महापंचायत हुई। किसानों ने कल यानि 8 फरवरी को 'संसद कूच' का ऐलान किया। इस महापंचायत में करीब दो दर्जन किसान और सामाजिक संगठन शामिल हुए। सभी किसान संगठनों ने संसद मार्च का ऐलान किया है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर अखिल भारतीय किसान सभा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसानों ने महापंचायत में हिस्सा लिया है। महापंचायत की अध्यक्षता चंद्रमल प्रधान ने की। संचालन जगबीर नंबरदार ने किया। इसी दौरान सूचना मिली कि ग्राम जुनपत के धरनारत किसान राजवीर सिंह महापंचायत में शामिल होने आ रहे थे। रास्ते में अचानक उनके सीने में दर्द हुआ। परिवार के सदस्य और अन्य किसान उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना प्राप्त होने पर धरनारत किसानों ने 2 मिनट का मौन धारण किया है। राजवीर सिंह किसान सभा के उपाध्यक्ष अजब सिंह भाटी के चाचा थे।

गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने की किसानों को रोकने की तैयारी
किसानों के संसद मार्च को स्थगित करवाने के लिए गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन और विकास प्राधिकरणों के अफसर किसान नेताओं से बातचीत कर रहे हैं। हालांकि, अब तक कोई हल नहीं निकला है। दूसरी तरफ गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने किसानों के संसद मार्च को लेकर कमर कस ली है। पुलिस कमिश्नरेट के फील्ड और हेडक्वार्टर तैनात अफसरों को कानून व्यवस्था संभालने के लिए ड्यूटी में लगा दिया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस किसान नेताओं को उनके घरों में नजरबन्द करेगी। किसानों को नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रोका जाएगा। उसके बाद गौतमबुद्ध नगर और दिल्ली की सीमाओं पर नाकाबंदी राखी जाएगी।

पुलिस कानून के दायरे में काम करे : रुपेश वर्मा
गौतमबुद्ध नगर पुलिस की सरगर्मी से नेताओं में गुस्सा है। किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा, "सरकार के इशारे पर पुलिस किसानों को गांव में जाकर धरने में आने से रोक रही है। यह कार्य संविधान में दिए गए बुनियादी अधिकारों के खिलाफ है। पुलिस का काम नागरिकों के बुनियादी अधिकारों की रक्षा करना है। पुलिस के अधिकारियों ने संविधान की कसम खाकर नौकरी पाई है। ऐसे में संविधान के खिलाफ जाकर अधिकारी संविधान का ही उल्लंघन कर रहे हैं। वह किसी सरकार के नौकर नहीं हैं, बल्कि कानून के नौकर हैं। उन्हें अपनी हर कार्रवाई कानून के अनुसार करनी चाहिए।" एनटीपीसी के किसानों के नेतृत्व कर रहे मनमेंदर ने कहा, "किसानों को उनका हक देने की बजाय उन्हें दबाने की कोशिश हो रही है। किसान दबे नहीं हैं और ना कभी दबेंगे। भले ही सरकार कितने हक मार ले, किसान हर हाल में जीत कर ही दम लेंगे।"

ग्रेटर नोएडा महापंचायत में क्या बोले किसान नेता
महापंचायत में किसानों ने कहा, "बहुत पीड़ा सह ली है। अब और नहीं सहेंगे। संसद के बजट सत्र के दौरान 8 फरवरी को हजारों की संख्या में किसान संसद के लिए मार्च करेंगे।" भारतीय किसान परिषद के सुखबीर खलीफा ने किसानों का आह्वान करते हुए कहा, "हमें हर हाल में 10 परसेंट आबादी भूखंडों के मुद्दे को चुनाव से पहले हल करना है।" किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हन्नान मौला ने कहा, "यह सरकार किसान विरोधी है। किसानों को पक्का मोर्चा लगाकर ही सफलता मिलेगी।" किसान सभा के हापुड़ के प्रभारी टीकम नागर ने कहा, "पूरे हापुड़ और गाजियाबाद जिले के किसान संसद मार्च में हिस्सा लेंगे।" सिस्टम सुधार संगठन के आगरा से आए अंशुमान ठाकुर ने कहा, "हम पूरी तरह ग्रेटर नोएडा और नोएडा के किसानों के साथ हैं।" जय जवान जय किसान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील फौजी ने कहा, "नये भूमि अधिग्रहण कानून को लागू नहीं करना किसानों के साथ बहुत बड़ा धोखा है। प्राधिकरण से प्रस्ताव पास होकर शासन को गया है। हर हाल में लागू करवाकर रहेंगे।"

इन किसान नेताओं ने महापंचायत में भाग लिया
धरने को सपा के वरिष्ठ नेता राजकुमार भाटी, समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष सुधीर भाटी, भारतीय किसान यूनियन के जितेंद्र भाटी, ओमपाल भाटी, राजकुमार सिंह, डॉक्टर फकीरचंद, गबरी मुखिया, सुरेश यादव, निरंकार प्रधान, विनोद सरपंच, मोहित भाटी, मोहित यादव, मोहित नागर, प्रशांत भाटी, अमित भाटी, सुशील सुनपुरा, संजय भाई, किरणपाल, भारतीय किसान यूनियन स्वतंत्रता के राष्ट्रीय अध्यक्ष तरुण शर्मा, भारतीय वीर दल के विजय कसाना, डॉ.बबली, नितिन प्रधान, किसान सभा के सहसंयोजक सुशील प्रधान, अध्यक्ष यशपाल भाटी, संजय भाटी, राजू भाटी, कृष्ण पाल भाटी, देवेंद्र भोगपुर, अजब सिंह लुक्सर, जोगिंदर प्रधान सिरसा, पप्पू ठेकेदार खानपुर, मनवीर भाटी खानपुर, सुरेंद्र भाटी खानपुर, जितेंद्र मैनेजर, निशांत रावल घोड़ी, भोजराज रावल, तेजपाल प्रधान, हृदयेश शर्मा, विजेंद्र नागर, भीम सिंह प्रधान, अजब सिंह सलारपुर, संदीप भाटी, सुशांत भाटी, सुरेंद्र यादव, मुकुल यादव, अंकित यादव, पूनम देवी, तिलक देवी, गीता देवी, रीना देवी, जोगेंद्री देवी, मीनू देवी, राजेश देवी, रईसा बेगम, आशा यादव, गुड़िया, रेखा चौहान, कमलेश देवी और अन्य सैकड़ों महिलाओं ने हिस्सा लिया।

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