एनजीटी के डर से प्राधिकरण उखाड़ रहा इंटरलॉकिंग टाइल्स, करोड़ों रुपए के नुकसान का जिम्मेदार कौन 

ग्रेटर नोएडा से खास खबर : एनजीटी के डर से प्राधिकरण उखाड़ रहा इंटरलॉकिंग टाइल्स, करोड़ों रुपए के नुकसान का जिम्मेदार कौन 

एनजीटी के डर से प्राधिकरण उखाड़ रहा इंटरलॉकिंग टाइल्स, करोड़ों रुपए के नुकसान का जिम्मेदार कौन 

Tricity Today | टरलॉकिंग टाइल्स को अब प्राधिकरण ने उखाड़ने शुरू कर दिए है।

Greater Noida : नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के आदेश पर ग्रेटर नोएडा शहर में सड़कों के किनारे लगे पेड़ पौधे को दबाते हुए लगाई गई इंटरलॉकिंग टाइल्स को अब प्राधिकरण ने उखाड़ने शुरू कर दिए हैं। अब सवाल उठता है कि इस तरह प्राधिकरण के दो-दो बार पैसे की बर्बादी होगी। यदि पहले इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाई जानी थी तो एनजीटी से परमिशन क्यों नहीं ली और बगैर परमिशन के करोड़ों रुपए की इंटरलॉकिंग टाइल्स शहर में जगह-जगह सड़कों के किनारे पेड़ पौधों को जड़ों को दबाते हुए क्यों लगा दी गई।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को बड़ा झटका 
अब एनजीटी के आदेश ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को बड़ा झटका दिया है।  अब प्राधिकरण उतना ही पैसा इंटरलॉकिंग टाइल्स को उखाड़ने में लगाएगा। अब सवाल उठता है कि करोड़ों की संख्या में लगाई गई इंटरलॉकिंग टाइल्स का क्या होगा कहां जाएंगे, इनका मलबा बनेगा।

करोड़ों रुपए के नुकसान का जिम्मेदार कौन 
प्राधिकरण को इस तरह बगैर सोचे समझे इंटरलॉकिंग टाइल्स नहीं लगानी चाहिए थी। पर्यावरणविद विक्रांत तोंगड़ ने कहा कि वृक्ष मनुष्य के जीवन के लिए बहुत ही लाभकारी हैं और इनके जीवन को बचाने के लिए प्राधिकरण के साथ-साथ आम लोगों की भी जिम्मेदारी है। इनकी देखभाल करें प्राधिकरण ने इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाने पर करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा दिए इस तरह प्राधिकरण को बड़ी भारी आर्थिक हानि झेलनी पड़ रही है।

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