यमुना अथॉरिटी के पूर्व सीईओ बनेंगे मोदी कैबिनेट में मिनिस्टर, पढ़िए पूरी जानकारी

BIG BREAKING : यमुना अथॉरिटी के पूर्व सीईओ बनेंगे मोदी कैबिनेट में मिनिस्टर, पढ़िए पूरी जानकारी

यमुना अथॉरिटी के पूर्व सीईओ बनेंगे मोदी कैबिनेट में मिनिस्टर, पढ़िए पूरी जानकारी

Tricity Today | RCP Singh

Modi Cabinet Reshuffle : यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (Yamuna Authority) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रह चुके आरसीपी सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की कैबिनेट मिनिस्टर बनने जा रहे हैं। आरसीपी सिंह मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं और उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अफसर थे। वर्ष 2005 में आरसीपी सिंह यमुना अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रह चुके हैं। खास बात यह है कि आरसीपी सिंह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रिंसिपल सेक्रेट्री भी रह चुके हैं। रिटायरमेंट के बाद नीतीश कुमार ने उन्हें राज्यसभा सांसद बनाया था। अब वह जनता दल यूनाइटेड के कोटे से मोदी कैबिनेट में शामिल होने जा रहे हैं।

रामचंद्र प्रसाद सिंह अभी जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। शरद यादव की जनता दल यूनाइटेड से रुखसती के बाद उन्हें नीतीश कुमार ने पार्टी की कमान सौंपी थी। आरसीपी सिंह वर्ष 2010 से बिहार से राज्यसभा सांसद भी हैं। राजनीति में आने से पहले वे यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी थे। वह नीतीश कुमार के प्रधान सचिव भी थे। आरसीपी सिंह का जन्म बिहार के नालंदा जिले के मुस्तफापुर में सुखदेव नारायण सिंह और दुखलालो देवी के घर में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली और शिक्षा हाई स्कूल हुसैनपुर, नालंदा से की है। उन्होंने इतिहास में बैचलर ऑफ आर्ट्स (ऑनर्स) की डिग्री के साथ स्नातक किया और मास्टर ऑफ आर्ट्स किया। वह पटना साइंस कॉलेज, पटना कॉलेज और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने 21 मई 1982 को गिरिजा सिंह से शादी की। उनकी दो बेटियां हैं। उनकी बेटी लिपि सिंह भी 2016 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं।



सहयोगी भाजपा के साथ तनातनी के बीच जदयू ने नीतीश कुमार के करीबी आरसीपी सिंह को पार्टी प्रमुख के रूप में चुना था। जद (यू) के सूत्रों के अनुसार जब नरेंद्र मोदी की दूसरी सरकार का गठन हुआ था तो पार्टी पूर्व नौकरशाह, राज्यसभा सदस्य आरसीपी सिंह को मंत्री बनवाना चाहती थी। साथ-साथ मुंगेर से नवनिर्वाचित सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ​​ललन सिंह और पूर्णिया के सांसद संतोष कुशवाहा के लिए एमओएस का दर्जा चाहती थी। आरसीपी सिंह कुर्मी हैं और नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा से भी आते हैं। ललन भूमिहार हैं और संतोष कुशवाहा हैं। पार्टी केवल एक मंत्री को नामित करके किसी भी अन्य दो जातियों की सद्भावना खोने का जोखिम नहीं उठा सकती है। पार्टी के एक नेता ने कहा कि इस प्रकार उसने सरकार में शामिल नहीं होना उचित समझा था।

आरसीपी सिंह की उम्र 62 वर्ष है। उनका जन्म 6 जुलाई 1958 को नालंदा के छोटे से गांव मुस्तफापुर में हुआ था। वह 1982 में उत्तर प्रदेश कैडर में आईएएस बने थे। मायावती शासन काल के दौरान 5 जनवरी से 28 अक्टूबर 2005 तक यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रहे थे। आरसीपी सिंह ने रिटायरमेंट से करीब 10 वर्ष पहले ही वीआरएस ले लिया था। वे उत्तर प्रदेश से नौकरी छोड़कर बिहार की राजनीति में सक्रिय हो गए थे। उन्हें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बेहद करीबी माना जाता है। बिहार वापस लौटते ही उन्हें नीतीश कुमार ने राज्यसभा का सदस्य बनाकर पार्लिमेंट भेजा था। 8 जुलाई 2010 को वह पहली बार राज्यसभा सांसद बने थे। 27 जुलाई 2020 को उन्हें जनता दल यूनाइटेड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।

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