यमुना अथॉरिटी से लाखों का मुआवजा लेने पहुंच गए जालसाज, फर्जी आधार, पैन और बैंक एकाउंट मिले, जानिए फिर क्या हुआ

सनसनीखेज खबर : यमुना अथॉरिटी से लाखों का मुआवजा लेने पहुंच गए जालसाज, फर्जी आधार, पैन और बैंक एकाउंट मिले, जानिए फिर क्या हुआ

यमुना अथॉरिटी से लाखों का मुआवजा लेने पहुंच गए जालसाज, फर्जी आधार, पैन और बैंक एकाउंट मिले, जानिए फिर क्या हुआ

Tricity Today | यमुना अथॉरिटी

  • तीन जालसाज किसान और अथॉरिटी को लाखों का चूना लगाने की फिराक में थे 
  • फर्जी तरीके से मुआवजा हड़पने के लिए तैयार किए गए नकली दस्तावेज
  • प्राधिकरण ने एफआईआर दर्ज कराने के लिए 3 लोगों के खिलाफ दी तहरीर 
  • ग्रेटर नोएडा पुलिस ने एफआईआर दर्ज करके शुरू की छानबीन
Greater Noida : यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (Yamuna Authority) से फर्जी दस्तावेजों के जरिए मुआवजे की भारी-भरकम रकम हड़पने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। अथॉरिटी की ओर से तीन लोगों के खिलाफ पुलिस से शिकायत की है। ग्रेटर नोएडा पुलिस ने एफआईआर दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है। यह मामला तीन लोगों के खिलाफ दर्ज करवाया गया है। इस वक्त यमुना अथॉरिटी किसानों को 64.7% अतिरिक्त मुआवजा बांट रही है। इसी मुआवजे को हड़पने का प्रयास करने का मामला सामने आया है।

फर्जी तरीके से बनाए गए दस्तावेज 
यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि शशिकांत चावला पुत्र रामजी दास चावला की जमीन यमुना प्राधिकरण एरिया के मिर्जापुर और चकबीरमपुर गांव में है। इस जमीन का 64.7% अतिरिक्त मुआवजा 68 लाख, 9 हजार और 28 रुपए बनता है। इस मुआवजे को हड़पने के लिए मिर्जापुर गांव के हेमंत पुत्र धर्मपाल ने फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार किए। खुद शशिकांत चावला नाम का मिर्जापुर का व्यक्ति बनकर आधार कार्ड और पैन कार्ड बना लिए। एक फर्जी अकाउंट ग्रेटर नोएडा के सेक्टर गामा-दो की बैंक ऑफ़ बड़ौदा शाखा में खुलवा लिया।

मुआवजा हड़पने की फिराक में थे आरोपी 
सीईओ ने बताया कि आरोपी शशिकांत चावला बनकर चकबीरमपुर में जमीन का 64.7% मुआवजे 68 लाख 90 हजार 28 रुपए को धोखाधड़ी से गबन करने की फिराक में था। उसने मुआवजा लेने के लिए फाइल तैयार करके अथॉरिटी के लैंड डिपार्टमेंट में दाखिल कर दी। इसी तरह प्रकाश सिंह पुत्र बाबू सिंह निवासी रबूपुरा और पंकज शर्मा पुत्र राजेंद्र सिंह निवासी मिर्जापुर का आधार कार्ड तैयार करके प्राधिकरण के खाते से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 68 लाख 90 हजार 28 रुपए धोखाधड़ी से गबन करने का प्रयास किया।

एफआईआर दर्ज कराने के लिए दी गई तहरीर 
उन्होंने बताया कि जब इस मामले की जांच की गई तो पता चला कि असली किसान शशिकांत चावला पुत्र रामजी दास चावला पहले ही अपना मुआवजा 26 फरवरी 2020 को प्राप्त कर चुका था। इन्हें यह जानकारी नहीं थी। इन लोगों ने इस मुआवजे को हड़पने के लिए पूरी तैयारी करके फर्जी आधार कार्ड, फर्जी पैन नंबर और फर्जी अकाउंट बैंको में खोले। सीईओ ने बताया कि इन तीनों के खिलाफ सेक्टर बीटा-टू थाने में एफआईआर दर्ज कराने के लिए तहरीर दी है। पुलिस ने बताया कि प्राधिकरण की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच की जा रही है। जल्दी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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