Greater Noida : गलगोटिया यूनिवर्सिटी ने 9 सितंबर को विश्व फिजियोथेरेपी दिवस का बड़े स्तर पर आयोजन किया। इस कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों और क्षेत्र के प्रतिष्ठित पेशेवरों ने भाग लिया। छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम का उद्देश्य
कार्यक्रम का उद्देश्य फिजियोथेरेपी के क्षेत्र में स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देना रहा। इसमें इस क्षेत्र की वर्तमान प्रगति और भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा की गई।इस दौरान आठ विशिष्ट वक्ताओं ने अपने विचार रखे। इनमें डॉ. रमेश, डॉ. धरम पांडे, डॉ. जयप्रकाश, डॉ. बंटी, डॉ. गगन, डॉ. तरुण लाला, डॉ. दिनेश और डॉ. रुचि वार्ष्णेय शामिल थे।
पोस्टर और वर्किंग मॉडल प्रतियोगिताएं
इन विशेषज्ञों ने फिजियोथेरेपी में हालिया रुझानों और इसके भविष्य के संभावित विकास पर अपने मूल्यवान विचार साझा किए। छात्रों और संकाय सदस्यों ने इनकी अंतर्दृष्टिपूर्ण प्रस्तुतियों को काफी सराहा। कार्यक्रम में कई प्रतियोगिताएं और गतिविधियां भी आयोजित की गईं। इनमें पोस्टर और वर्किंग मॉडल प्रतियोगिताएं, एक रोचक क्विज प्रतियोगिता और फिजियोथेरेपी से संबंधित शोध पत्र प्रस्तुतियां शामिल थीं।
फिजियोथेरेपी का महत्व
गलगोटिया विश्वविद्यालय के सीईओ डा ध्रुव गलगोटिया ने कहा कि यह कार्यक्रम शैक्षणिक और व्यावसायिक समुदाय को एक मंच पर लाकर फिजियोथेरेपी के महत्व को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह जीवन की गुणवत्ता में सुधार और भविष्य के फिजियोथेरेपिस्टों को सशक्त बनाने में मदद करता है।