गौतमबुद्ध नगर में करीब 10 साल बाद पंचायत चुनाव होने वाले हैं। जिसे लेकर सरगर्मियां जोर-शोर से चल रही हैं। एक ओर गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन और पुलिस तैयारियों में जुटे हैं, तो दूसरी ओर भावी प्रधान, जिला पंचायत सदस्य और प्रमुख भी अपनी-अपनी तैयारी कर रहे हैं। इस बीच गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने पंचायतों की सूची जारी कर दी है। जिसके मुताबिक इस बार जिले में केवल 88 ग्राम पंचायतें हैं। इन्हीं ग्राम पंचायतों में क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत के भी चुनाव करवाए जाएंगे।
जिला प्रशासन की ओर से जारी किए गए तथ्यों और आंकड़ों को देखकर कई दिलचस्प चीजें सामने आई हैं। जिले में कई ऐसी ग्राम पंचायत हैं, जिनमें 1000 वोटर भी नहीं हैं। दूसरी ओर कई ग्राम पंचायतों में वोटरों की संख्या इनसे 10 गुना ज्यादा तक है। जिला निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक गौतमबुद्ध नगर में सबसे छोटी ग्राम पंचायत दलेलपुर गांव है। दलेलपुर गांव अपने आप में ही एक कई दिलचस्प तथ्य समेटे है। यह गांव जेवर खंड विकास क्षेत्र का हिस्सा है, लेकिन यमुना पार करके हरियाणा की तरफ बसा हुआ है। गांव की जनसंख्या बमुश्किल 300 है। फिलहाल गांव में वोटरों की संख्या 202 है।
इन 202 वोटरों के लिए एक पोलिंग स्टेशन गांव में बनाया जाएगा। पहली बार दलेलपुर में चुनाव का आयोजन होगा। देश को आजादी मिलने से लेकर अब तक तमाम चुनावों में दलेलपुर गांव के लोग मताधिकार का प्रयोग करने के लिए यमुना नदी पार करके ग्रेटर नोएडा की ओर आते हैं। हर चुनाव में इस गांव के वोटरों के लिए यमुना के इस पार किसी गांव में एक बूथ बनाया जाता रहा है। पहली बार दलेलपुर को ग्राम पंचायत का दर्जा मिला है। इस बार के चुनाव में पोलिंग पार्टी नाव में सवार होकर दलेलपुर गांव जाएगी। दिल्ली-एनसीआर का हिस्सा और गौतमबुद्ध नगर जैसे हाईटेक जिले में होने के बावजूद इस गांव से जुड़े तथ्य बेहद दिलचस्प हैं।
जेवर का मेहंदीपुर खादर भी ऐसा ही गांव है -
जेवर खंड विकास क्षेत्र का एक और गांव महज 292 वोटरों वाला है। इस ग्राम पंचायत का नाम मेहंदीपुर खादर है। अभी तक यह आसपास के गांवों की ग्राम पंचायत के साथ मजरे के रूप से जुड़ा हुआ था। पहली बार इस गांव को ग्राम पंचायत का दर्जा दिया गया है। यहां भी एक पोलिंग स्टेशन और एक बूथ पंचायत चुनाव के लिए लगाया जाएगा। पहली बार इस गांव के प्राइमरी स्कूल में भी पोलिंग पार्टी पहुंचेगी। अभी तक इस गांव के मतदाता भी तमाम चुनावों में आसपास के गांव जाकर वोट डालते हैं।
बिसरख ब्लॉक की योजना ग्राम पंचायत जिले में सबसे बड़ी -
अगर गौतमबुद्ध नगर जिले में सबसे बड़ी ग्राम पंचायत की बात करें तो बिसरख खंड विकास क्षेत्र की दुजाना ग्राम पंचायत सबसे बड़ी है। दुजाना ग्राम पंचायत में मतदाताओं की संख्या 8299 है। इस गांव में 2 पोलिंग सेंटर होंगे, जिनमें पांच बूथ बनाए जाएंगे। इसके बाद दादरी खंड विकास क्षेत्र की ग्राम पंचायत कलौंदा में 7,571 वोटर हैं। जारचा ग्राम पंचायत में 7,530 और चिटेहरा ग्राम पंचायत में 7,131 वोटर हैं।
गौतमबुद्ध नगर की इन ग्राम पंचायतों में 1000 से कम वोटर -