दफ्तर में घुसकर गौतमबुद्ध नगर के तहसीलदार पर जानलेवा हमला, गार्ड ने दरवाजा तोड़कर जान बचाई, 6 पर एफआईआर

BIG BREAKING : दफ्तर में घुसकर गौतमबुद्ध नगर के तहसीलदार पर जानलेवा हमला, गार्ड ने दरवाजा तोड़कर जान बचाई, 6 पर एफआईआर

दफ्तर में घुसकर गौतमबुद्ध नगर के तहसीलदार पर जानलेवा हमला, गार्ड ने दरवाजा तोड़कर जान बचाई, 6 पर एफआईआर

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

Greater Noida News : गौतमबुद्ध नगर के सदर तहसीलदार पर कुछ लोगों ने शनिवार की शाम कातिलाना हमला किया। हथियारबंद हमलावर उनके कार्यालय में घुस गए। अंदर से दरवाजा बंद करके बुरी तरह मारपीट की गई और तहसीलदार के कपड़े तक फाड़ दिए गए। शोर-शराबे की आवाज सुनकर सुरक्षाकर्मी और तहसील के कर्मचारी दौड़कर पहुंचे। दरवाजा तोड़कर तहसीलदार की जान बचाई है। मामले में गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इनमें एक वकील और उसके दो पुत्र भी शामिल हैं।

कैसे दिया घटना को अंजाम
गौतमबुद्ध नगर सदर के तहसीलदार यदुवंश कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में लिखा है, "शनिवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में तहसील दिवस का आयोजन किया गया था। मैं तहसील दिवस के बाद अपने कार्यालय में बैठकर काम कर रहा था। करीब 4:30 बजे सांयकाल कैलाशपुर गांव के रहने वाले अधिवक्ता अनिल भाटी अपने साथ विनय चपराणा, अजहरुद्दीन सैफी, उज्जवल भाटी, तुषार भाटी और ठाकुर विजेंद्र सिंह को लेकर आए। यह सारे लोग मेरे कार्यालय कक्ष में घुस गए। पूर्व नियोजित योजना के तहत कार्यालय कक्ष को अंदर से कुंडी लगाकर बंद कर लिया। अचानक मेरे ऊपर जानलेवा हमला किया। गला घोटकर जान से मारने की कोशिश की। मैं अचानक हुए इस हमले से हतप्रभ रह गया। 

गार्ड ने दरवाजा तोड़कर तहसीलदार की जान बचाई
यदुवंश कुमार ने बताया, "शोर-शराबा सुनकर सुरक्षा गार्ड सुनील कुमार, देवदत्त, गवर्नर और अन्य तहसील स्टाफ मेरे कक्ष की ओर दौड़ा। मेरे गार्ड सुनील ने दरवाजा बाहर से तोड़कर प्रवेश किया। जिसके बाद अनिल भाटी जान से मारने की धमकी देते हुए गाड़ी में बैठकर अपने साथियों के साथ फरार हो गया। वह मुझे दोबारा हमला करने, जान से मारने और देख लेने की धमकी देकर गया है। यह सारे लोग जाते वक्त सरकारी दस्तावेज उठाकर ले गए। दफ्तर की कई फाइलों को फाड़ दिया। मेरा गला घोटने का प्रयास किया। मेरी हत्या करने की कोशिश की और मेरे कपड़े फाड़ दिए। अनिल भाटी अपने साथ हथियार लिए हुए थे। तहसील स्टाफ और सुरक्षाकर्मी ने किसी तरह मेरी जान बचाई है। मैंने दूरभाष पर तत्काल जिलाधिकारी महोदय को सूचना दी। थोड़ी देर बाद उपजिलाधिकारी सदर ने फोन करके पूरी घटना की जानकारी ली। घटना की सूचना उच्चाधिकारियों को देखकर थाने पर उपस्थित हुआ।"

इन लोगों के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर
1. अधिवक्ता अनिल भाटी पुत्र विजय पाल सिंह, निवासी कैलाशपुर, ग्रेटर नोएडा
2. विनय चपराणा पुत्र चंद्रपाल चपराणा, निवासी लखनावली, ग्रेटर नोएडा
3. अजहरुद्दीन सैफी पुत्र जुम्मा, निवासी हबीबपुर, ग्रेटर नोएडा 
4. उज्जवल भाटी पुत्र अनिल भाटी, निवासी कैलाशपुर, ग्रेटर नोएडा 
5. तुषार भाटी पुत्र अनिल भाटी, निवासी कैलाशपुर, ग्रेटर नोएडा
6. ठाकुर विजेंद्र सिंह, सिकंदराबाद, बुलंदशहर

 इन धाराओं में दर्ज की गई एफआईआर
  • आईपीसी 147 (भीड़ में शामिल होकर हिंसा करना)
  • आईपीसी 148 (हमराय होकर उपद्रव करना)
  • आईपीसी 353 (लोक सेवक को भयाक्रांत करना)
  • आईपीसी 332 (लोक सेवक को गंभीर चोट पहुंचाना)
  • आईपीसी 323 (किसी को जानबूझकर चोट पहुंचाना)
  • आईपीसी 504 (किसी व्यक्ति को उकसाने के इरादे से जानबूझकर उसका अपमान करना)
  • आईपीसी 506 (जान से मारने की धमकी देना)
  • आईपीसी 307 (जानलेवा हमला करना)
  • आईपीसी 427 (संपत्ति की हानि पहुंचाना)

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