Greater Noida : ग्रेटर नोएडा के चिटहेरा भूमि घोटाले में मुख्य आरोपी और इंटरस्टेट भूमाफिया यशपाल तोमर की जमानत अर्जी पर गौतमबुद्ध नगर जिला न्यायालय में गुरुवार को सुनवाई हुई। जमानत अर्जी पर अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एससी एसटी एक्ट) की अदालत ने सुनवाई की है। अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। इस मामले में चिटहेरा गांव के लेखपाल शीतला प्रसाद को पिछले सप्ताह जमानत मिल चुकी है। यशपाल तोमर जनवरी महीने से हरिद्वार जेल में बंद है।
यशपाल तोमर के साथी गजेंद्र सिंह पर हरिद्वार पुलिस ने लगाया गैंगस्टर
गौतमबुद्ध नगर की दादरी तहसील के गांव चिटहेरा में अरबों रुपए की सरकारी जमीन हड़पने वाले भूमाफिया यशपाल तोमर के करीबी रिश्तेदार गजेंद्र सिंह पर गैंगस्टर अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मुकदमा हरिद्वार पुलिस ने दर्ज किया है। 'ट्राईसिटी टुडे' ने इस भूमि घोटाले में गजेंद्र सिंह के यशपाल तोमर गैंग में शामिल होने की खबर प्रकाशित की थी। जिसके बाद हरिद्वार पुलिस ने यह कार्रवाई की है। आपको बता दें कि आपके पसंदीदा न्यूज़ पोर्टल 'ट्राईसिटी टुडे' ने ही इस घोटाले का खुलासा किया है।
कैसे दिया घोटाले को अंजाम
चिटहेरा भूमि घोटाले में यशपाल तोमर और उसके गुर्गों ने किसानों पर अनैतिक दबाव बनाकर जमीन हड़पी हैं। इसके अलावा गांव की बेशकीमती सरकारी जमीन के राजस्व रिकॉर्ड में हेराफेरी करके यह जमीन अपने नाम करवा ली। यशपाल तोमर और उसके गैंग ने पहले सरकारी जमीन के फर्जी पट्टों के एग्रीमेंट अपने नाम करवाए। इसके बाद राजस्व रिकॉर्ड में हेराफेरी करके सरकारी जमीन को पट्टों की जमीन में शामिल किया। पट्टा धारक किसानों से अपने नाम पावर ऑफ अटॉर्नी हासिल कीं। इसके बाद पावर ऑफ अटॉर्नी के जरिए चुनिंदा लोगों के नाम बैनामे किए गए। सबसे ज्यादा बैनामे यशपाल तोमर के ससुर के नाम हैं। आखिर में यशपाल तोमर के ससुर ने पूरी जमीन का वसीयतनामा अपनी बेटी यानी यशपाल की पत्नी के नाम लिख दिया।