गौतमबुद्ध नगर कलेक्ट्रेट में पसरी गंदगी देख डीएम ने थाम ली झाड़ू

झाड़ू लगा रहा यह व्यक्ति कलेक्टर है : गौतमबुद्ध नगर कलेक्ट्रेट में पसरी गंदगी देख डीएम ने थाम ली झाड़ू

गौतमबुद्ध नगर कलेक्ट्रेट में पसरी गंदगी देख डीएम ने थाम ली झाड़ू

Tricity Today | झाड़ू लगा रहा यह व्यक्ति कलेक्टर है

Greater Noida News : गौतमबुद्ध नगर जिले के ग्रेटर नोएडा में सूरजपुर डिस्ट्रिक्ट हेडक्वार्टर पर शनिवार की सुबह अजब नजारा देखने के लिए मिला। नवनियुक्त जिलाधिकारी मनीष वर्मा ने झाड़ू थाम ली और कलेक्ट्रेट की नालियां साफ करने में जुट गए। उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर में भरी पड़ी गंदगी खुद साफ की। कलेक्टर को झाड़ू लगाते देखकर तमाम कर्मचारियों और अफसरों में हड़कंप मच गया। आपको बता दें कि पिछले सप्ताह राज्य सरकार ने आईएएस मनीष वर्मा को गौतमबुद्ध नगर का जिलाधिकारी बना कर भेजा है। क्या है मामला
आईएएस मनीष वर्मा ने पिछले सप्ताह गौतमबुद्ध नगर में बतौर जिलाधिकारी कार्यभार संभाला है। उन्होंने इसलिए सप्ताह सोमवार से कामकाज शुरू किया है। इस दौरान उन्होंने ग्रेटर नोएडा कलेक्ट्रेट में गंदगी से बुरा हाल देखा। मिली जानकारी के मुताबिक 2 दिन पहले उनसे वकील मुलाकात करने पहुंचे थे। वकीलों के प्रतिनिधिमंडल ने भी कलेक्ट की दुर्दशा पर उनका ध्यानाकर्षण किया। बताया कि सफाई का बुरा हाल है। पूरे कलेक्ट्रेट में झाड़ियां खड़ी हुई हैं। नालियां नियमित रूप से साफ नहीं होती हैं। शौचालयों का बुरा हाल है। नियमित रूप से सीवर और नालियों की सफाई नहीं होने से कलेक्ट्रेट में जलभराव होता है। शनिवार की सुबह डीएम मनीष वर्मा लोअर, टी-शर्ट और स्पोर्ट्स शूज में कलेक्ट्रेट पहुंच गए। उन्होंने सफाई अभियान छेड़ दिया।

अफसरों और कर्मचारियों में मचा हड़कंप
डीएम ने कलेक्ट्रेट पहुंचते ही झाड़ू उठाई और नालियां साफ करनी शुरू कर दीं। उन्होंने करीब एक घंटे तक कलेक्ट्रेट परिसर में झाड़ू लगाई। यह नजारा देखकर कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों और अफसरों में हड़कंप मच गया। जानकारी मिलते ही अपर जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी और प्रशासनिक स्टाफ के कर्मचारी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद सारे लोग सफाई अभियान में जुट गए। डीएम ने कलेक्ट्रेट परिसर को साफ-सुथरा रखने की लोगों से अपील की है।

जानिए कौन हैं मनीष वर्मा
साल 2011 की यूपीएससी परीक्षा में मनीष कुमार की रैंक 61वीं थी। जब उन्होंने यूपीएससी की परीक्षाओं की तैयारी शुरू की थी तो वह ड्यूश बैंक में कार्यरत थे। उन्होंने देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी कानपुर से केमिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की थी। यूपीएससी परीक्षा के लिए अपनी तैयारी तब शुरू की जब वह एक वर्किंग प्रोफेशनल थे। मनीष बचपन से ही एक होनहार स्टूडेंट रहे हैं। वह अभी जौनपुर के जिलाधिकारी थे। वहां से स्थानांतरित करके गौतमबुद्ध नगर भेजा गया है। अगर उनके निजी जीवन की बात की जाए तो वह उत्तर प्रदेश पुलिस में महानिदेशक और तेजतर्रार आईपीएस अफसर राजकुमार विश्वकर्मा के दामाद हैं।

मनीष वर्मा 2017 में 15 दिनों के लिए नोएडा के एसीईओ रहे
मनीष कुमार वर्मा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के निवासी हैं। यह गौतमबुद्ध नगर में उनकी दूसरी तैनाती है। वह साल 2017 में पहली बार नोएडा अथॉरिटी में बतौर अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी तैनात किए गए थे। वह पोस्टिंग 3 मई 2017 को हुई थी और महज 15 दिन बाद 18 मई 2017 को उन्हें एक बार फिर स्थानांतरित करके कौशांबी का जिलाधिकारी बनाया गया था। मनीष वर्मा ने अपने एडमिनिस्ट्रेटिव करियर की शुरुआत पीलीभीत से बतौर प्रोबेशनरी मजिस्ट्रेट की थी। उसके बाद वह मथुरा और प्रतापगढ़ में मुख्य विकास अधिकारी रहे। जौनपुर से पहले कौशांबी के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट थे।

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