Greater Noida : ग्रेटर नोएडा के फौजी की केरल में मौत मामले में अब सूरजपुर थाना क्षेत्र में परिजनों की मांग के बाद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। गौतमबुद्ध नगर जिला बार एसोसिएशन ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। वहीं, मृतक सुनील को शहीद का दर्जा दिए जाने की की भी मांग कर रही है। इस मामले में तमाम लोगों ने उत्तर प्रदेश सरकार को चिट्ठी लिखी है।
डीएम मनीष कुमार वर्मा ने सरकार को लिखी चिट्ठी
इस मामले में गौतमबुद्ध नगर के डीएम मनीष कुमार वर्मा ने सरकार को पत्र लिखा है। दरअसल, केरल में तैनात फौजी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो जाती है। वहां की पुलिस ने इसे आत्महत्या बताया, लेकिन मृतक के भाई का कहना है कि उनकी हत्या की गई है। फौज में तैनात कर्नल और दूसरे बड़े अफसरों पर आरोप लगाया है। अब परिजनों ने गौतमबुद्ध नगर के डीएम से बॉडी का दोबारा से पीएम करने की मांग की है। मांग को देखते हुए शुक्रवार को बॉडी का पोस्टमार्टम दोबारा से किया जा रहा है। शनिवार को अंतिम संस्कार भी हो गया है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, केरल में 40 वर्षीय आर्मी मैन सुनील कुमार की डेड बॉडी मिली थी। सुनील कुमार के भाई संदीप कुमार ने कन्नोर पुलिस स्टेशन में शिकायत दी। संदीप कुमार ने बताया कि वह गौतमबुद्ध नगर के खेड़ी गांव ग्रेटर नोएडा वेस्ट के रहने वाले हैं। उनके बड़े भाई संदीप कुमार केरला के जिला कन्नोर में इंडियन आर्मी में हवलदार के पद पर तैनात थे। 5 जनवरी की सुबह 10:00 बजे भाई से बात हुई थी। उन्होंने मुझे बताया कि उनके सिविल सुपरिंटेंडेंट राधा कृष्ण और कर्नल आरएस बराडे उन्हें टॉर्चर कर रहे हैं। जो काम कभी उन्होंने नहीं की है, उसके लिए उन्हें रोज सताया जाता है। उच्च अधिकारी उन पर इसके लिए दबाव बना रहे हैं। भाई सुनील कुमार उन्हें हमेशा बताते थे कि ये लोग उन्हें रोजाना टॉर्चर कर रहे हैं। एक दिन ये मुझे मार डालेंगे। इसके बाद दूसरे ही दिन सुनील की लाश मिली थी।
बार एसोसिएशन लड़ेगा न्याय की लड़ाई
बार एसोसिएशन अध्यक्ष एडवोकेट उमेश भाटी ने बताया हमारे वहां के फौजी की केरल में हत्या को लेकर वह काफी दुखी है। परिजनों का आरोप है कि सुनील की हत्या की गयी है। आरोपियों को जेल भेजने और संजीव को शहीद का दर्जा दिए जाने के लिए हर संभव मदद करेंगे।
केरल पुलिस पर भी गंभीर आरोप
भाई संदीप का आरोप है कि संजीव ने सुसाइड नहीं किया है। बल्कि, उनकी हत्या की गई है। आर्मी में ही तैनात दो अफसरों ने वारदात को अंजाम दिया है। संदीप कहते हैं कि उनकी बॉडी पर खून के धब्बे मिले हैं। इससे पता चलता है कि यह एक प्लान मर्डर है। संजीव के भाई ने बताया कि जब उन्हें इस घटना का पता चला और वह केरल गए तो वहां भी अफसरों ने पुलिस को पैसे खिला दिए और मुकदमे को खत्म कर दिया गया। जब वहां इंसाफ नहीं मिला तो उन्होंने अब गौतमबुद्ध नगर डीएम का दरवाजा खटखटाया है। सुनील के दो छोटे बच्चे हैं। इस घटना के बाद पूरा परिवार सदमे में है।