Greater Noida : गौतमबुद्ध नगर की जेवर विधानसभा सीट से इसी साल चुनाव लड़ने वाले नरेंद्र डाढ़ा ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। इसकी क्या वजह रही? इस पर ट्राईसिटी टुडे ने नरेंद्र से बातचीत की। नरेंद्र डाढ़ा ने कहा, "भूतकाल को छोड़कर वर्तमान पर ध्यान देना जरूरी है। वर्तमान भाजपा है। बसपा पास्ट बन चुकी है। अगर समाज का भला करना है तो भारतीय जनता पार्टी है।"
"भविष्य भाजपा में है"
नरेंद्र डाढ़ा युवा हैं और गुर्जर समाज से ताल्लुक रखते हैं। इस विधानसभा चुनाव में उन्होंने बसपा के टिकट पर जेवर से चुनाव लड़ा था और 45,256 वोट हासिल किए थे। नरेंद्र कहते हैं, "पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान बहन मायावती ने मनोयोग से उम्मीदवारों को सहयोग नहीं किया था। जिसकी वजह से हमें बेहद कठिन दौर में चुनाव लड़ना पड़ा। अब भी पार्टी अपनी भूमिका का सही निर्वाह नहीं कर पा रही है। जिले में गुटबंदी बुरी तरह हावी है। ऊपर सुनवाई नहीं होती है। बहुजन समाज पार्टी एक तरह से पास्ट बन चुकी है। वर्तमान भारतीय जनता पार्टी है और भविष्य भी वहीं है।"
"मोदी-योगी से बड़ा नेता नहीं"
नरेंद्र भाटी छात्र राजनीति से आए हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में छात्र संघ के महासचिव रहे। दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्र संघ अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा। समाजवादी पार्टी से पॉलीटिकल करियर की शुरुआत की। राजस्थान सरकार के खिलाफ गुर्जर आरक्षण आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई। इसके बाद कांग्रेस में आए और 2017 तक काम किया। साल 2017 में बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गए। नरेंद्र भाटी कहते हैं, "इस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सर्वोपरि नेता हैं। उनके बराबर का कोई दूसरा नेता भारत में नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गिनती तो दुनिया के शीर्ष नेताओं में है। इन दोनों नेताओं ने समाज के प्रत्येक वर्ग को आकर्षित किया है। आज भारतीय जनता पार्टी व्यापक जनाधार वाला संगठन है।"
"मेरे समाज ने आदेश दिया"
नरेंद्र डाढ़ा ने आगे कहा, "भारतीय जनता पार्टी में मुझे भविष्य नजर आया। वहां जाने से पहले मैंने अपने समाज, साथियों को समर्थकों से व्यापक बातचीत की। सभी लोगों ने कहा कि अपने क्षेत्र और समाज की भलाई के लिए भारतीय जनता पार्टी में जाना उचित है। लिहाजा, मैंने जन भावनाओं की कद्र करते हुए भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की है। मैं पार्टी की नीतियों पर आगे चलकर 'सबका साथ, सबका विकास' के लिए काम करूंगा।"