Greater Noida : जेवर में बना रहे एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) की तैयारी चरम पर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के सपनों को साकार करने के लिए निर्माण के लिए कई कंपनियां लगी हुई हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही एयरपोर्ट से हवाई जहाज उड़ेंगे। आपको बता दें कि इस समय नोएडा एयरपोर्ट पर करीब 7,682 मजदूर दिन रात काम कर रहे हैं। संचालन से पहले जल्द एयरपोर्ट का ट्रायल शुरू होगा। रनवे पर फ्लाइंग उपकरण लगाए जा रहे हैं। एयरपोर्ट सर्विलांस रडार को लाने की कवायत चल रही है। इन उपकरणों के रूस से आने की उम्मीद है।
3 हिस्सों में चल रहा है निर्माण
यमुना प्राधिकरण के मुताबिक जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का कंस्ट्रक्शन टाइम लाइन के मुताबिक चल रहा है। पहले चरण में मुख्यरूप से 3 हिस्सों में निर्माण चल रहा है। पहले हिस्से में टर्मिनल बिल्डिंग, दूसरे में रनवे और तीसरे हिस्से में एयर ट्रैफिक कंट्रोल की बिल्डिंग शामिल है। करीब 2 महीने पहले एटीसी बिल्डिंग का कंस्ट्रक्शन पूरा हो गया था। उसके साथ ही रनवे का काम भी पूरा कर लिया गया था। अब टर्मिनल बिल्डिंग का कंस्ट्रक्शन पूरा हो गया है।
पायलट की मदद के लिए काम शुरू
बताया गया है कि रनवे पर उपकरण लगाने का काम एयरपोर्ट अथॉरिटी ने शुरू कर दिया है। इनमें रिफ्लेक्टर और साइनेज जैसे उपकरण शामिल हैं। हवाई जहाज़ की उड़ान और लैंडिंग के वक्त ये उपकरण पायलट की मदद करते हैं। रनवे पर उपकरण लगाने के बाद इसका काम पूरा हो जाएगा। दूसरी तरफ एटीसी बिल्डिंग में भी मशीनें लगाई जा रही है। उम्मीद है कि मार्च या अप्रैल महीने में जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर टेस्टिंग फ़्लाइट शुरू हो सकती है।
DXN नाम से जानेगी दुनिया
पूरी दुनियाभर में जितने भी एयरपोर्ट हैं। उनका एक कोड होता है, जिसको इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन देता है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) के लिए तीन नाम भेजे गए थे। जिनमें से DXN नाम फाइनल किया गया है। अब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का कोड वर्ड DXN (डीएक्सएन) होगा। नोएडा एयरपोर्ट को अब पूरी दुनिया में डीएक्सएन नाम से जाना जाएगा। अगर आप फ्लाइट बुकिंग करते हो तो आपको डीएक्सएन एयरपोर्ट से बुकिंग करनी पड़ेगी। इसके अलावा दिन-रात नोएडा एयरपोर्ट की साइट पर काम चल रहा है।