Tricity Today | पुलिस ने मुठभेड़ के बाद आरोपी गिरफ्तार किए
ग्रेटर नोएडा पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में 7 बदमाशों को पकड़ने में बादलपुर पुलिस को कामयाबी मिली है। मुठभेड़ में 3 बदमाशों को गोली लगी है। इन पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। इन लोगों ने 3 दिन पहले दिनदहाड़े बादलपुर क्षेत्र के गिरधरपुर गांव में तीन प्रॉपर्टी डीलर को गोली मारी थी। जिनमें से दो की मौके पर हुई मौत हो गई थी। जबकि, एक का इलाज चल रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक, बादलपुर पुलिस की नेशनल हाईवे के पास 7 बदमाशों से मुठभेड़ हुई है। बदमाशों के पास से पिस्टल, राइफल और स्विफ्ट गाड़ी पुलिस ने बरामद की है। मुठभेड़ के बाद मौके पर डीसीपी, एडिशनल डीसीपी, एसीपी और एसएचओ समेत भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। ग्रेटर नोएडा के बादलपुर थानाक्षेत्र में नेशनल हाईवे का मामला है।
आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा के गिरधरपुर गांव में सोमवार को हुए दोहरे हत्याकांड में पांच सगे भाइयों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। इनकी तलाश में एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और पुलिस के ताबड़तोड़ छापे मार रही थी। गौतमबुद्ध नगर के अलावा गाजियाबाद, हापुड़ और बुलंदशहर में छापे मारे गए थे। दूसरी ओर पुलिस जांच में पता लगा है की इन लोगों ने रायफल और पिस्टलों से 50 गोलियां वारदात के वक्त दागी थीं। किसी तरह गांव के लोगों ने छिपकर अपनी जान बचाई थी।
दोहरे हत्याकांड में मरने वालों की संख्या काफी बढ़ सकती थी, क्योंकि जिस तरह से लाईसेंसी हथियारों से ताबड़तोड़ फायरिंग की गई, उसमें कई लोगों की जान सकती थीं। ग्रामीणों ने दीवार के पीछे छिपकर फायिंरग से जान बचाई। कई लोगों के आसपास से कई राउंड गोलियां निकल गईं। कई घंटे तक मौके पर छानबीन करने के बाद पुलिस को काफी संख्या में खाली कारतूस मिले थे। जिससे अंदेशा लगाया जा रहा है कि करीब 50 राउंड फायरिंग हुई।
देवेंद्र गुर्जर प्रॉपर्टी डीलिंग में अच्छा पैसा कमा चुका था। उसके एक राइफल और एक पिस्टल लाईसेंसी हथियार थे। घटना वाले दिन लाईसेंसी हथियारों से ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। देवेंद्र और उसके भाईयों ने करीब 50 राउंड फायरिंग की। जिसमें अमित और सेलक की मौत हो गई। जबकि, प्रेम के जबड़े में गोली फंसी हुई है। उसका इलाज यशोदा अस्पताल में चल रहा है। चश्मदीदों की मानें तो स्कॉर्पियो और फॉर्चूनर करों में अंदर घुसकर भी फायरिंग की गई। जिसके ग्रामीणों की और से ओर किए गए पथराव से बचा जा सके। ताबड़तोड़ फायरिंग का मकसद केवल क्षेत्र में दहशत पैदा करना था। जिससे कोई भी व्यक्ति उसका सामना न कर सके।
देवेंद्र गुर्जर पर पैसे की कमी नहीं है। अब वह केवल राजनीतिक वर्चस्व हासिल करने के लिए प्रयासरत था। पिछली बार जिला पंचायत चुनाव वार्ड संख्या 2 से चुनाव लड़ने के प्रयास में था। मगर शासन ने चुनाव निरस्त कर दिया था। क्षेत्र के गांवों में उसके नाम से बसपा का प्रचार किया जा रहा है। ग्रामीणों की मानें तो आने वाले पंचायत चुनाव की फिर से तैयारी में था।