Tricity Today | जीएल बजाज इंस्टीट्यूट में हुआ कार्यक्रम
- उत्तर प्रदेश में अपनी तरह का इकलौता सेंटर जीएल बजाज शुरू करेगा
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में जाने के लिए छात्रों को मिलेगी मदद
- केंद्र में दो करोड़ रुपये की कीमत वाला ताकतवर सुपर कम्प्यूटर लगा
- संस्थान के वाइस चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी जानकारी
Greater Noida News : जीएल बजाज इंस्टीट्यूट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लर्निंग एंड रिसर्च सेंटर का उद्घाटन इसरो के पूर्व चेयरमैन डॉक्टर सिवान 8 जून को करेंगे। यह केंद्र कैसे काम करेगा और छात्रों के लिए कितना फायदेमंद साबित होगा, यह जानकारी सोमवार को जीएल बजाज इंस्टीट्यूट में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन करके दी गई। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए संस्थान के वाइस चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। एआई तेजी से अपने पांव पसार रही है।
पंकज अग्रवाल ने कहा, "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में ट्रेनिंग देने के लिए इस सेंटर की स्थापना की गई है।ताकि छात्र वह भविष्य में आने वाली संभावना का फायदा उठा सकें। वर्ल्ड इकोनामिक फोरम की एक रिपोर्ट के अनुसार आने वाले समय में 97 मिलियन नौकरियां एआई के क्षेत्र में आएंगी। छात्रों के लिए यह एक सुनहरी संभावना है। इस सेंटर का उद्घाटन 8 जून 2022 को इसरो के एक्स चेयरमैन डॉक्टर सिवान करेंगे। उन्होंने अपने आने की सहमति दे दी है।"
पंकज ने आगे कहा, "संपूर्ण उत्तर प्रदेश में एकेटीयू के अधीन आने वाले सभी संस्थानों में जीएल बजाज इस सरवर को लगाने वाला प्रथम और अकेला संस्थान बन गया है। इस सरवर की कीमतक करीब 2 करोड़ रुपये है। दुनिया की जानी-मानी यूनिवर्सिटीज जैसे यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो और एमआईटी यूनिवर्सिटी आदि में छात्र इस सर्वर पर ट्रेनिंग ले रहे हैं।" इस अवसर पर कॉलेज के निदेशक प्रोफेसर मानस कुमार मिश्रा ने भी मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि एनवीडीया टेक्नोलॉजी क्षेत्र में अग्रणी उत्पादक कंपनी है। यह कम्पनी टेक्नोलॉजी की दुनिया में अपना एक विशिष्ट स्थान रखती है। जीएल बजाज में एनवीडीया का DGX a100 सरवर स्थापित किया जा रहा है।"
इस सरवर की क्षमता के बारे में बताते हुए मानस कुमार मिश्रा ने कहा, "यह सरवर आम सर्वर के मुकाबले ढाई सौ गुना ज्यादा ताकत रखता है। इसीलिए यह सुपर कंप्यूटर है। आने वाले समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का क्षेत्र संभावनाओं से भरा हुआ है। इसके लिए जरूरी है कि एआई इंफ्रास्ट्रक्चर कॉलेज में तैयार किया जाए। इसी दिशा मेंं जीएल बजाज इंस्टिट्यूट ने पहला कदम बढ़ाते हुए इस सेंटर की स्थापना की है।" उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उद्देश्य आमजन के जीवन को उन्नत बनाना है। यह सेंटर एआई और मशीन लर्निंग के क्षेत्र में छात्रों को ट्रेनिंग देगा ताकि छात्र मेडिकल, कार मैन्युफैक्चरिंग और डिफेंस आदि क्षेत्रों में अपना योगदान दे सकें। यह भारत को विशिष्ट स्थान बनाने में बहुत मददगार साबित हो सकता है। दुनिया की विशिष्ट इक्नॉमीज जैसे चाइना, यूएसए, यूके, फ्रांस और जापान आदि के साथ काम करने में मददगार साबित हो सकता है।