ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में हुए भर्ती घोटाले पर शासन सख्त, सीईओ से 2 दिन में मांगी रिपोर्ट

ट्राईसिटी टुडे की खबर का असर : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में हुए भर्ती घोटाले पर शासन सख्त, सीईओ से 2 दिन में मांगी रिपोर्ट

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में हुए भर्ती घोटाले पर शासन सख्त, सीईओ से 2 दिन में मांगी रिपोर्ट

Tricity Today | ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण

Greater Noida/Lucknow : ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण में हुए भर्ती घोटाले पर उत्तर प्रदेश सरकार ने संज्ञान लिया है। अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई है। आपको बता दें कि आपके पसंदीदा न्यूज़ पोर्टल 'TRICITY TODAY' ने इस भर्ती घोटाले का खुलासा किया है। आपको एक बार फिर बता दें कि ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में 35 कर्मचारियों की भर्ती निविदा के आधार पर और 35 नियुक्तियां प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए की गई हैं। जिनमें जमकर भ्रष्टाचार और अनियमितता बरती गई हैं। प्राधिकरण में कार्यरत कर्मचारियों और अधिकारियों के रिश्तेदार भर्ती किए गए हैं। कई तो ऐसे कर्मचारी हैं, जिनके परिवार में दो-दो बेटों को नौकरियां दे दी गई हैं।

एसीईओ ने खुद भर्ती की और खुद दिया जांच का आदेश
ट्राईसिटी टुडे ने इस मामले में कई समाचार प्रकाशित किए। मुद्दे पर प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमनदीप दुली से बात की थी। उन्होंने इसे इत्तेफाक करार दिया। बोले, "यह इंसिडेंट में एक्सीडेंट हो गया है।" हालांकि, अगले ही दिन एसीईओ ने कहा, "मामले की जांच की जाएगी। प्रोसीजर गलत नहीं है। भर्ती हुए लोगों के कनेक्शन सामने आए हैं। उनके परिवार के सदस्य पहले से प्राधिकरण में नौकरी कर रहे हैं। ऐसे में यह देखना पड़ेगा कि किस तरह गड़बड़ी हुई है।" आपको बता दें कि प्राधिकरण में मानव संसाधन विभाग के मुखिया अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमनदीप दुली ही हैं। उनके कार्यकाल में ही यह नियुक्तियां की गई हैं। प्राधिकरण के विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन भर्तियों में व्यापक भ्रष्टाचार किया गया है।

अब शासन ने संज्ञान लिया, सीईओ से मांगी रिपोर्ट
अब इस मामले में शासन ने संज्ञान लिया है। शुक्रवार को एक पत्र प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी को भेजा गया है। जिसमें भर्तियों की जांच करके रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया है। औद्योगिक विकास विभाग के अंडर सेक्रेटरी रजनीकांत पांडेय ने सीईओ को पत्र भेजा है। लिखा है, "शासन के संज्ञान में आया है कि ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण में बड़े पैमाने पर भर्तियां की गई हैं। इसके लिए शासन से कोई अनुमति नहीं ली गई है। इस प्रकरण में शासन ने दो दिन में साफ-साफ रिपोर्ट मांगी है।" आपको बता दें कि शुक्रवार को ही नोएडा की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु महेश्वरी को शासन ने ग्रेटर नोएडा सीईओ का भी अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है। अब रितु इस मामले में शासन को रिपोर्ट भेजेंगी।

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