विक्रांत तोंगड़ को भारत सरकार ने वाटर हीरो अवॉर्ड दिया, आलोचना, मुकदमे और आर्थिक तंगी भी राह नहीं रोक पाए

शहर की शान : विक्रांत तोंगड़ को भारत सरकार ने वाटर हीरो अवॉर्ड दिया, आलोचना, मुकदमे और आर्थिक तंगी भी राह नहीं रोक पाए

विक्रांत तोंगड़ को भारत सरकार ने वाटर हीरो अवॉर्ड दिया, आलोचना, मुकदमे और आर्थिक तंगी भी राह नहीं रोक पाए

Google Image | Vikrant Tongad

बड़े औद्योगिक शहर ग्रेटर नोएडा में छोटे से गांव खेड़ी भनौता के रहने वाले युवा विक्रांत तोंगड़ ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उनके जल संरक्षण के क्षेत्र में किए काम से प्रभावित होकर भारत सरकार वाटर हीरो अवार्ड से सम्मानित करेगी। सुनने में यह सबकुछ बहुत अच्छा लग रहा है, लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए विक्रांत तोंगड़ को पिछले 10 वर्षों में तमाम प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। मसलन, विक्रांत ने अवैध जल दोहन को लेकर आवाज उठाई तो बिल्डरों ने उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करवा दिए। अवैध उगाही करने और भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप लगाए गए। दूसरी और एक छोटे से किसान परिवार से ताल्लुक रखने के चलते उन्हें लगातार आर्थिक तंगी का सामना भी करना पड़ा। दरअसल, वेस्ट यूपी के जिस जिले से वह ताल्लुक रखते हैं, वहां स्कूल-कॉलेज के बाद हर परिवार अपने नौजवान लड़के से एक अच्छी नौकरी और बढ़िया कमाई की उम्मीद रखता है। गंदे तालाबों और प्रदूषित नदियों के बारे में बात करने वालों को बेवकूफ या सिरफिरा ही बोलते हैं।

कुल मिलाकर जल संरक्षण के लिए उनके बेहतर काम करने पर जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार ने विक्रांत को नेशनल वाटर हीरो अवार्ड से सम्मानित किया गया है। मंत्रालय ने उनके नाम की घोषणा कर दी है। यह जानकारी खुद विक्रांत तोंगड़ ने दी है। विक्रांत तोगड पिछले काफी सालों से टीम बनाकर जल बचाने, पौधारोपण करने और लोगों को जागरुक करने का कार्य कर रहे हैं। उधर अवार्ड मिलने की घोषणा के बाद उनकी टीम उत्साहित है। सोशल एक्शन फॉर फॉरेस्ट एंड एनवायरमेंट के संस्थापक और पर्यावरणविद विक्रांत तोंगड़ ने बताया कि वह 2010 से जल संरक्षण के लिए कार्य कर रहे हैं। वह गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में एक लाख से ज्यादा पौधा रोपित कर चुके हैं और सभी का संरक्षण भी किया जा रहा है।

इसके अलावा उन्होंने जल संरक्षण के क्षेत्र में तालाबों को पुनः जीवित, जल जागरूकता रैली, गांव गांव पंचायत वर्षा जल संचयन क्षेत्र में भी काम किया है। इसके अलावा बिल्डर द्वारा भूजल का दोहन करने वालों की मुहिम भी उन्होंने शुरू की थी। जिसके लिए उन्हें दुश्वारियां का सामना करना पड़ा। विक्रांत पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुकदमा तक दर्ज करवाया गया। जिसका उन्होंने मजबूती के साथ सामना किया। जल संरक्षण के क्षेत्र में उन्होंने उत्कृष्ट कार्य किए हैं। जिनको देखते हुए जल शक्ति मंत्रालय ने उन्हें सम्मानित करने का फैसला लिया है। मंत्रालय की ओर से उन्हें सर्टिफिकेट और 10 हजार रुपए इनाम के रूप में दिए हैं। उन्होंने बताया कि वह मिलने वाली इनामी राशि का जल शिक्षण के क्षेत्र में ही ब्लॉक करेंगे। बहते काली का श्रेय उनकी टीम को दिया जाता है।

उन्होंने कहा कि उन्होंने सिर्फ अकेले ही नहीं बल्कि पूरी टीम के साथ इस मुकाम को हासिल किया है। विक्रांत से जुड़ी दूसरी खुशखबरी भी है। उन्होंने हाल ही में शादी की है। बड़ी बात यह है कि एक समाजसेवी के रूप में खास मिसाल कायम करते हुए अंतरजातीय विवाह किया है। उनके साथ उनकी टीम से जुड़े प्रदीप कुमार, आकाश विशिष्ट, विशाल नगर और अनिल भाटी भी उनके साथ लगातार जल संरक्षण में बेहतर कार्य कर रहे हैं। ट्राइसिटी टुडे परिवार विक्रांत तोंगड़ को शुभकामनाएं देता है। उनसे उम्मीद है कि वह जल संरक्षण के क्षेत्र में आने वाले दिनों में कुछ और बेहतर काम करेंगे।

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