Greater Noida : गलगोटिया विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना ईकाई एवं राष्ट्रीय कैडेट कोर द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग सत्र का भव्य आयोजन किया गया। हर साल की तरह इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2022 के लिए ‘योगा फॉर ह्यूमैनिटी’ थीम चुनी गई है। जिसका साब्दिक अर्थ मानवता के लिए योग होता है। प्रतिकुलपति प्रो. अवधेश कुमार, प्रो. पीकेशर्मा, एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक डॉ. एराम पांडे और पॉलिटैक्निक स्कूल के प्रधानाचार्य मोहित गहरवार, एनसीसी प्रशिक्षक दुष्यंत राणा सहित 300 लोगों ने ऑफलाईन और ऑनलाईन रूप से योगाभ्यास किया।
मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती
विश्वविद्यालय की प्रो डॉ. प्रीति बजाज ने योग दिवस की शुरूआत करते हुए कहा कि भारत सरकार ने इस साल योग दिवस की इस थीम को दुनिया पर कोरोना के असर को देखते हुए रखा। कोरोना महामारी सिर्फ शरीर पर ही नहीं बल्कि मानसिक हेल्थ पर भी अपना बुरा असर डाला है। कोरोना के चलते लोगों को चिंता और अवसाद जैसी मनोवैज्ञानिक एवं मानसिक समस्याओं का सामना भी करना पड़ा है। जो कि इस समय मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। इसलिए मानव के लिए योग का सहारा बहुत लाभदायक है। विद्यार्थियों के साथ योग के दौरान संवाद करते हुए उन्होंने योगनिद्रा के प्रयोग पर बल दिया और अपने अनुभवों को साझा किया
21 जून 2015 को विश्व योग दिवस
अंतरराष्ट्रीय योग प्रशिक्षक आचार्य थान सिंह ने योग का प्रशिक्षण कराया और योग के महत्व की जानकारी दी। कुलसचिव डा.नितिन गौड़ ने कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति के अग्रदूत और राष्ट्रीयता के संवाहक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को वैश्विक रूप से पहचान दी है। उनके अथक प्रयास से ही भारत ही नहीं बल्कि विश्व के तमाम देशों ने योग को जीवन का महत्वपूर्ण अंग मान कर 21 जून 2015 को विश्व योग दिवस मनाना स्वीकार किया था।