Greater Noida : "वह घर स्वर्ग होता है, जिस घर में बुजुर्ग होता है। इसी भाव को व्यक्त करते हुए एपीजे इंटरनेशनल स्कूल ने दादा-दादी दिवस- 'वरदान' मनाया। कार्यक्रम में कक्षा नर्सरी और के.जी के छोटे बच्चों ने सभी मेहमानों के लिए स्वागत नृत्य किया। एपीजे इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल डॉ.सरिता पांडे ने दर्शकों को संबोधित किया।
"ज्ञान के निरंतर स्रोत के रूप में कार्य करते हैं"
कार्यक्रम के दौरान डॉ सरिता पांडे ने एक बच्चे के जीवन में दादा-दादी की भूमिका पर प्रकाश डाला और उन्होंने बताया कि वे कैसे महत्वपूर्ण मूल्यों को विकसित करते हुए ज्ञान के निरंतर स्रोत के रूप में कार्य करते हैं। इस कार्यक्रम का आयोजन हमारे दादा-दादी ने हमेशा हम पर प्यार और आशीर्वाद की सराहना करने के लिए किया था।
छात्रों ने एक सुंदर स्वागत गीत के द्वारा दी प्रस्तुति
दिन की शुरुआत दादा-दादी के स्वागत और दीप प्रज्ज्वलित कर हुई। इस कार्यक्रम के दूरन स्कूल ने कुछ मजेदार खेलों का भी आयोजन किया। इसके बाद कक्षा पहली और दूसरी के छात्रों ने एक सुंदर स्वागत गीत के माध्यम से अपने दादा-दादी के स्कूल में आगमन की खुशी व्यक्त करते हुए मधुर प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने भी कार्यक्रम के बारे में अपने विचार साझा किए।
दादा-दादी ने खेल क्षेत्र में नए झूलों का उद्घाटन किया
इस वर्ष वरदान कार्यक्रम को विशेष और यादगार बनाने के लिए छात्रों और शिक्षकों, सहायक कर्मचारियों की पूरी टीम के धन्यवाद के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम के अंत में दादा-दादी को भी खेल क्षेत्र में नए झूलों का उद्घाटन करने के लिए आमंत्रित किया गया, और उन्हें आभार के प्रतीक के रूप में एक पौधा दिया गया।