आनंदपुर गांव में तालाब और बंजर जमीन दबंगों ने कब्जाई, ग्रामीणों ने कहा- बड़े जनप्रतिधि का सिर पर हाथ

ग्रेटर नोएडा : आनंदपुर गांव में तालाब और बंजर जमीन दबंगों ने कब्जाई, ग्रामीणों ने कहा- बड़े जनप्रतिधि का सिर पर हाथ

आनंदपुर गांव में तालाब और बंजर जमीन दबंगों ने कब्जाई, ग्रामीणों ने कहा- बड़े जनप्रतिधि का सिर पर हाथ

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

गौतमबुद्ध नगर की दादरी तहसील में स्थित आनंदपुर गांव में दबंगों ने तालाब और बंजर भूमि पर कब्जा कर लिया है। भूमाफिया किस्म के यह लोग सरकारी जमीन को कब्जाकर बैठे हुए हैं। ग्रामीण शिकायत कर रहे हैं। प्राधिकरण और जिला प्रशासन जमीन खाली करवाना चाहते हैं, लेकिन एक बड़ा नेता भूमाफिया के सिर पर हाथ रखकर बैठा हुआ है। लोगों ने एक स्थानीय जनप्रतिधि पर गंभीर आरोप लगाए हैं। लोगों का कहना है कि सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने वाले लोगों का नेता साथ दे रहा है। इसके अलावा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कार्य में भी बांधा डाल रहे हैं। इस मामले को लेकर गांव के लोगों ने जिलाधिकारी से शिकायत की है।

आनंदपुर गांव के लोगों ने बताया कि उनके गांव में एक हेक्टेयर जमीन पर तालाब है। कुछ समय पहले बारिश होने के कारण तालाब का पानी गांव में घुस गया था। जिसकी वजह से गांव के लोगों को काफी समस्या हुई थी। अपनी समस्याओं को देखते हुए गांव के सैकड़ों लोगों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को तालाब की सफाई के लिए लिखित पत्र दिया था। गांव के लोगों के पत्र के आधार पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने गांव के तालाब की सफाई करने का जिम्मा एचसीएल फाउंडेशन को दिया है।

आनंदपुर के ग्रामीणों का कहना है कि गांव के कुछ दबंग लोगों ने तालाब की जमीन पर अवैध कब्जा किया हुआ है। जब प्राधिकरण के अधिकारी तालाब की सफाई करने लगे तो एक बड़े जनप्रतिनिधि ने प्राधिकरण के अधिकारियों को फोन किया। गांव के दबंगों का साथ देते हुए जमीन को कब्जा मुक्त नहीं करवाने के लिए कहा है। नेताजी की कॉल के बाद तालाब की सफाई रुक गई है। लोगों का कहना है कि इस मामले में नेता गलत तरीके से दबंगों का साथ दे रहा है। गांव के गरीब लोगों की समस्या बढ़ा रहा है। गांव के लोगों ने जनप्रतिनिधि पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह खुलेआम दबंगों का साथ दे रहे हैं। गांव के कुछ चुनिंदा लोगों के लिए पूरे गांव को परेशानी में डाले हैं। जो एक जनप्रतिनिधि के लिए काफी शर्म की बात है।

दूसरी ओर इस मामले को लेकर स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों ने जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी है। ग्रामीणों ने यह रिपोर्ट ट्राइसिटी टुडे को उपलब्ध करवाई है। जिसमें साफ तौर से अवैध कब्जे की बात कही गई है। स्थानीय लेखपाल ने तालाब को कब्जा मुक्त करवाने के लिए पुलिस के सहयोग की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि भूमाफिया और नेताजी मिलकर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की भी अवहेलना कर रहे हैं। अगर प्राधिकरण और जिला प्रशासन ने तालाब को कब्जा मुक्त नहीं करवाया तो सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा। दूसरी ओर इस मामले से जुड़े एक अफसर ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि एक बड़े नेता नहीं चाहते कि तालाब से अवैध कब्जा हटाया जाए।

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