- कूड़े का उचित निस्तारण न करने पर ग्रेनो प्राधिकरण ने की कार्रवाई
- तय समय पर जुर्माना न जमा करने पर दोगनी पेनल्टी की चेतावनी
Greater Noida : कूड़े का उचित तरीके से निस्तारण नहीं करने पर ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक वन और ईकोटेक वन एक्सटेंशन स्थित 4 कंपनियों पर 3.15 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। प्राधिकरण की टीम ने चेतावनी दी है कि अगर कूड़े का उचित प्रबंधन नहीं किया गया तो जुर्माने की रकम दोगुनी कर दी जाएगी।
शहर में स्वच्छ अभियान जारी
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण के निर्देश पर ग्रेटर नोएडा को स्वच्छ बनाने के लिए लोगों को जागरूक करने और नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई का अभियान चलाया जा रहा है।
अफसरों ने किया शहर का दौरा
प्राधिकरण के डीजीएम (जनस्वास्थ्य) सलिल यादव (जन स्वास्थ्य) के निर्देश पर शुक्रवार को सहायक प्रबंधक वैभव नागर के नेतृत्व में टीम ने ईकोटेक वन और ईकोटेक वन एक्सटेंशन स्थित कंपनियों का जायजा लिया। वहां पर 4 कंपनियां सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के नियमों का उल्लंघन करती पाई गईं।
इन कंपनियों पर लगाया जुर्माना
ईकोटेक वन एक्सटेंशन वन स्थित मिर्जा इंटरनेशनल लिमिटेड पर 51,500 रुपये, इकोटेक वन स्थित मैजिक इंटरनेशनल पर 4,000 रुपये, ईकोटेक वन स्थित यूआईएल इलेक्टॉनिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड पर 2.02 लाख रुपये और ईकोटेक वन स्थित सिस्टमेयर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड पर 57,500 रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
इस कारण हुई कार्रवाई
ये कंपनियां कूड़े का उचित तरीके से प्रबंधन नहीं कर रहीं थी। इधर-उधर कूड़ा फेंका हुआ था। कूड़े को सेग्रिगेट नहीं किया जा रहा था। प्राधिकरण ने जुर्माने की रकम एक सप्ताह में जमा कराने को कहा है। इस अवधि में न जमा करने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
कंपनियों को निर्देश जारी
डीजीएम सलिल यादव ने बताया कि ग्रेटर नोएडा के सभी बल्क वेस्ट जनरेटरों को खुद से कूड़े का निस्तारण करना होता है, सिर्फ अवशेष कूड़ा ही प्राधिकरण उठाता है। उसके लिए तय शुल्क जमा करना पड़ता है।