प्राधिकरण के अफसरों ने अपने रिश्तेदारों की फर्जी तरीके से लगवाई नौकरियां, सूची में कई नाम शामिल

फर्जी नियुक्ति घोटाला : प्राधिकरण के अफसरों ने अपने रिश्तेदारों की फर्जी तरीके से लगवाई नौकरियां, सूची में कई नाम शामिल

प्राधिकरण के अफसरों ने अपने रिश्तेदारों की फर्जी तरीके से लगवाई नौकरियां, सूची में कई नाम शामिल

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो

Greater Noida : ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में हुए फर्जी नियुक्ति घोटाले में हर रोज नए खुलासे सामने आ रहे है। ग्रेटर नोएडा के सेक्टर पाई में रहने वाले युवक ने कहा है कि उसने भी ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में हुई नियुक्ति में अप्लाई किया था। लेकिन अथॉरिटी में नियुक्तियों में इस तरह बंदर बाट हुआ कि अधिकारी से लेकर चपरासी तक सभी ने अपने-अपनों को नौकरी पर रखवा दिया। मेरा भी ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में कोई नाती-रिश्तेदार होता तो आज में भी अथॉरिटी में नौकरी पर होता। वहीं फर्जी नियुक्ति घोटाले की पोल खोलने वाले समाजसेवी और आरडब्ल्यूए के गामा-1 के महासचिव राजेंद्र नागर ने सीएम और पुलिस कमिश्नर से जान-माल की सुरक्षा की मांग कि है। 


गुपचुप तरीके से हुई नियुक्ति

राजेंद्र नागर का कहना है कि फर्जी नियुक्ति मामले की सीएम से शिकायत करने पर उन्हें कई माध्यमों से धमकी मिल रही है। फर्जी तरीके से नियुक्त हुए एक युवक जो फिलहाल अथॉरिटी के मानव संसाधन विभाग में नौकरी कर रहा है। वह युवक उसे भुगतने की धमकी दे रहा है। यह वहीं युवक है, जो कि पहले ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में अफसरों के लिए 15 साल से दलाली कर रहा था। अब अधिकारियों से साठ-गाठ कर अथॉरिटी में नौकरी पा ली। जबकि अथॉरिटी में नौकरी के लिए किसी तरह का कोई विज्ञापन समाचार पत्रों में प्रकाशित नहीं कराया। गुपचुप तरीके से रातों-रात जैम पोर्टल से 35 लोगों को नियुक्त कर लिया। जबकि 35 लोगों को प्लेसमेंट के जरिए नियुक्त कर डाला।

70 नियुक्तियों में जमकर बंदरबाट

उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि इन सभी 70 नियुक्तियों में जमकर बंदरबाट किया गया। अथॉरिटी अधिकारियों ने अपने नाती-रिश्तेदार, भाई,भतीजे, बेटों को नौकरी पर रख लिया। फर्जी नियुक्तियों का मामला यही तक नही थमा, सीईओ के स्टाफ आफिसर ने अपने बेटों, एसीईओ के स्टाफ आफिसर ने अपने भतीजे, चपरासी ने अपने बेटे, एचआर विभाग के एसएम ने अपने रिश्तेदार, प्रॉपटी विभाग में तैनाम चपरासी ने अपने दो बेटों को जैम पोर्टल व संविदा के माध्यम से नौकरी लगवा दी गई। 

सूची में कई लोग शामिल

राजेंद्र नागर ने बताया कि फर्जी तरीके से नौकरी लगने वालों की सूची लंबी है। उन्होने बताया कि नौकरी में खेला इस तरह चला कि पद तीन तो चार लोगों को नौकरी पर रखा गया। राजेंद्र नागर कहना कि नौकरी घोटाले का खुलासा करने पर अब उसके गांव बादलपुर का प्लॉट आवंटन निरस्त करने की धमकी अथॉरिटी के सिनियर अधिकारियों की ओर से दी जा रही है। कई दलाल किस्म के लोग एसीईओ स्तर के अधिकारियों के पास बैठ कर गुलछररे उडाते रहते है।


पोर्टल पर फर्जी भर्ती

नौकरी की लाईन में लगे एक युवक का आरोप है कि जैम पोर्टल से जिस कंपनी की ओर से भर्ती दिखाई गई है। उस कंपनी के मालिक ने भी बहती गंगा में हाथ धो लिए। कंपनी के मालिक ने अपने साले को नौकरी पर रखवा दिया। जबकि उसका साला नौकरी के योग्य तक नही है। जैम पोर्टल पर भर्ती गलत तरीके से की गई है।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.