Tricity Today | ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक
- 2017-18 के बाद इस साल प्राधिकरण का सबसे बड़ा बजट
- जमीन अधिग्रहण पर खर्च होंगे लगभग 2,000 करोड़ रुपये
- विकास कार्यों पर 1,714 करोड़ रुपये की रकम होगी खर्च
- सेक्टरों-गांवों के विकास, स्वास्थ्य पर खर्च होंगे 1,400 करोड़
Greater Noida : ग्रेटर नोएडा शहर के लोगों के लिए बड़ी खबर है। मंगलवार को प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में ऐतिहासिक बजट पास किया गया है। वित्तीय वर्ष 2017-18 के बाद इस साल सबसे बड़ा 5,100 करोड़ रुपए का बजट पास हुआ है। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ग्रेटर नोएडा का बजट नोएडा से भी आगे निकल गया है। आपको बता दें कि सोमवार को नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में 4,880 करोड रुपए का बजट पास किया गया था। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने 2,000 करोड रुपए भूमि अधिग्रहण के लिए रखे हैं। गांवों और शहरों के विकास पर 31 मार्च 2023 तक 1,400 करोड़ पर खर्च होंगे। नए विकास कार्यों पर 1,714 करोड़ रुपए अथॉरिटी खर्च करेगी। ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लिए अलग-अलग डेवलपमेंट प्रोजेक्ट घोषित किए गए हैं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लोगों को प्राधिकरण ने कई तोहफे दिए हैं।
शहर-गांव के रखरखाव और स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च होंगे 858 करोड़
ग्रेटर नोएडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण ने बताया कि प्राधिकरण बोर्ड ने सेक्टरों और गांवों के रखरखाव और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 858 करोड़ रुपये का बजट पास किया है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधीन आने वाले गांवों में विकास व रखरखाव कार्यों के लिए इस साल 239 करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य रखा गया है। ये रकम गांवों में सामुदायिक केंद्र, सड़कें बनाने, नालियों का निर्माण, सीवर, स्मार्ट विलेज, खड़ंजे, विद्युतीकरण आदि कार्यों पर खर्च की जाएगी। गांवों के साथ ही शहर के रखरखाव को और बेहतर बनाने पर प्राधिकरण का जोर रहेगा। शहरी सेवाओं पर 619 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
1,714 करोड़ रुपये से शहर के विकास को मिलेगी रफ्तार
नरेंद्र भूषण ने बताया कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट शहर में विकास की गति को और रफ्तार देगा। प्राधिकरण ने विकास व निर्माण कार्यों के लिए 1,714 करोड़ रुपये का बजट रखा है। यह रकम में नए सेक्टरों के विकास, ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चार मूर्ति चौक पर अंडरपास, फुटओवर ब्रिज, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में डिग्री कॉलेज, ग्रेनो वेस्ट में प्राधिकरण का नया दफ्तर, गांवों व सेक्टरों में खेल के मैदान, ग्रेनो वेस्ट में स्टेडियम, एयरपोर्ट व मेट्रो, गोशाला, गोबर गैस प्लांट, स्मार्ट मीटर, परी चौक पर बस-बे, पी थ्री गोलचक्कर के पास ब्रिज, सूरजपुर- कासना का विकास, ट्रकों व क्रेन के लिए पार्किंग, अल्फा -वन की मार्केट का पुर्नउद्धार आदि कई परियोजनाओं पर खर्च की जाएगी।
नए सेक्टरों के विकास पर खर्च होंगे 400 करोड़
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण इस साल कई नए सेक्टरों को विकसित करने की योजना बना रहा है। इसके आंतरिक व बाह्य विकास कार्यों पर 400 करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य है। इस मद में सेक्टर के अंदर व बाहर की सड़कें, नाली, सीवर, पार्क आदि विकास कार्य शामिल हैं।
एसटीपी के लिए 80 करोड़ तय
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण तीन नए एसटीपी बनाने जा रहा है। इस साल इन तीनों के निर्माण के लिए 80 करोड़ रुपये का बजट पास किया गया है। इनमें से एक एसटीपी ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर एक में बनेगा। इसकी कुल क्षमता 80 एमएलडी होगी। पहले चरण में इसकी क्षमता 20 एमएलडी होगी। बाद में जरूरत के हिसाब से इसकी क्षमता बढ़ाकर 80 एमएलडी तक की जाएगी। दूसरा एसटीपी ईकोटेक 12 में 12 एमएलडी क्षमता का और तीसरा नॉलेज पार्क फाइव में 20 एमएलडी क्षमता का एसटीपी बनाया जाएगा।
60 करोड़ रुपये चार मूर्ति चौक पर बनेगा अंडरपास
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गौड़ चौक (चार मूर्ति चौक) पर ट्रैफिक जाम की समस्या को देखते हुए अंडरपास बनाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए कंसल्टेंट एजेंसी राइट्स से रिपोर्ट तैयार करा ली गई है। इसे बनाने में करीब 60 करोड़ रुपये खर्च होंगे। पहले साल इस पर 27 करोड़ रुपये खर्च होने का आकलन है। प्राधिकरण बोर्ड ने इस पर मंजूरी दे दी है।
एफओबी के लिए 20 करोड़ तय
सीईओ ने बताया कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण शहर में कई जगह एफओबी बनाने जा रहा है। सूरजपुर- कासना रोड पर कैलाश अस्पताल के सामने, कलेक्ट्रेट के सामने और जगत फार्म के सामने फुटओवर ब्रिज बनाने के लिए टेंडर भी जारी हो चुके हैं। शहर में 7 फुटओवर ब्रिज और बनाए जाएंगे। इसके लिए प्राधिकरण बोर्ड ने 20 करोड़ रुपये बजट मंजूर किए हैं।