ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की राह देखते रह गए, फिर ग्रामीणों ने खुद ही गांव को सेनेटाइज किया

सुरक्षा: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की राह देखते रह गए, फिर ग्रामीणों ने खुद ही गांव को सेनेटाइज किया

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की राह देखते रह गए, फिर ग्रामीणों ने खुद ही गांव को सेनेटाइज किया

Tricity Today | फॉगिंग करते कर्मचारी

  • मिलक लच्छी गांव में सर्दी, जुकाम व बुखार के मरीज बढ़ने के बाद उठाया कदम
  • प्राधिकरण का दावा, गुरुवार को 41 सेक्टरों व 82 ग्रामों में हुआर सेनेटाइजेशन कार्य
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण भले ही रोजाना दर्जनों गांवों व सेक्टरों में सेनेटाइजेशन करने का दावा कर रहा हो, लेकिन कई गांव ऐसे हैं जहां पर कर्मचारी नहीं पहुंचे हैं। गांव में सर्दी, जुकाम व बुखार के मरीज बढ़ने के बाद गांव वालों ने खुद सेनेटाइजेशन करने लगे हैं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गांव मिलक लच्छी में ग्रामीणों ने खुद यह काम शुरू कर दिया। उन्होंने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों से अनुरोध किया है कि वह हर गांव को सेनेटाइज करें ताकि बीमारी का ख़तरा कम हो सके

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण दावा है कि उनकी टीमें रोजाना गांव व सेक्टरों में सेनेटाइजेशन कर रही हैं। प्राधिकरण के जीएम परियोजना एके अरोड़ा ने बताया गया कि प्राधिकरण की टीमें सेनेटाइजेशन एवं साफ-सफाई के लिए विशेष अभियान चलाए हुए हैं। गुरुवार को ग्रेटर नोएडा के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में 41 सेक्टरों, 26 सोसायटियों तथा 82 ग्रामों में पूर्ण एवं सघन रूप से सेनेटाइजेशन का कार्य कराया गया है।

वहीं, इसके उलट कई गांवों में ये टीमें आज तक नहीं पहुंची हैं। मिलक लच्छी गांव के डॉ. सुरेश नागर ने बताया कि उनके गांव में गांव में सर्दी, जुकाम व बुखार के मरीज बढ़ गए हैं। एक हफ़्ते में दो लोगों की मौत भी हो चुकी है। गांव में प्राधिकरण की टीम सेनेटाइजेशन करने नहीं आई है। इसके बाद उन्होंने टीम के साथ खुद सेनेटाइजेशन करना शुरू कर दिया है। दरयाव आदर्श वंश शिक्षा समिति के सदस्यों के साथ डॉ. सुरेश नागर इस काम में जुटे हुए हैं। गांव में लगातार सेनिटाइजेशन का अभियान चल रहा है। इसके साथ उन्होंने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों से अनुरोध किया है कि वह हर गांव को सेनेटाइज करें ताकि बीमारी का ख़तरा कम हो सके।
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