Tricity Today | प्रवीण शर्मा ने अबू धाबी एयरपोर्ट से TRICITY TODAY को अपना ताजा फोटो भेजा है।
Greater Noida : ग्रेटर नोएडा के स्टील और सीमेंट कारोबारी प्रवीण शर्मा आखिरकार 4 दिन बाद अबू धाबी से दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे। विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद शुक्रवार को प्रवीण शर्मा अबू धाबी पुलिस ने रिहा कर दिए थे। आपको बता दें कि स्विट्जरलैंड अपनी पत्नी के साथ घूमने जा रहे प्रवीण शर्मा को 12 अक्टूबर की शाम अबू धाबी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। दरअसल, वहां की पुलिस लंबे अरसे से किसी अपराधी की तलाश कर रही थी। जिसकी शक्ल, नाम और जन्मतिथि प्रवीण शर्मा से मेल खा रहे थे। प्रवीण शर्मा की वतन वापसी से उनका परिवार गदगद है। आपको बता दें कि आपके पसंदीदा न्यूज़ वेब पोर्टल Tricity Today ने इस मुद्दे को प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
क्या है मामला
बता दें ग्रेटर नोएडा में हबीबपुर गांव के रहने वाले अतुल शर्मा ने बताया कि उनका भाई प्रवीण कुमार और भाभी उषा शर्मा सीमेंट व स्टील का कारोबार करते हैं। अंबुजा सीमेंट कंपनी ने दोनों पति-पत्नी को स्विट्जरलैंड के टूर पर भेजा था। यह दोनों थॉमस कुक टूअर्स लिमिटेड के जरिए 11 अक्टूबर को दिल्ली से स्विट्जरलैंड के लिए रवाना हुए थे। एतिहाद एयरवेज के हवाई जहाज से प्रवीण और उषा शर्मा को स्विट्जरलैंड जाना था। यह फ्लाइट बीच में आबू धाबी एयरपोर्ट पर रुकी। दरअसल, इन लोगों को आबू धाबी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से स्विट्जरलैंड के लिए दूसरी फ्लाइट पकड़नी थी। तभी आबू धाबी पुलिस ने प्रवीण शर्मा को रोक लिया। उनसे कहा गया कि आपकी शक्ल एक अपराधी से मिलती है। प्रवीण की पत्नी उषा शर्मा को अबू धाबी से भारत के लिए डिपोर्ट कर दिया गया है।
प्रवीण शर्मा का कोई आपराधिक इतिहास नहीं
अतुल शर्मा का कहना था कि उनके भाई प्रवीण का किसी अपराधी से कोई लेना-देना नहीं है। प्रवीण के खिलाफ कहीं कोई आपराधिक मुकदमा भी नहीं चल रहा है। वह सीधा साधा और सामान्य कारोबारी है। अबू धाबी पुलिस को गलतफहमी हुई है। उनके भाई को गलत ढंग से बंधक बनाकर रखा गया है। अतुल शर्मा ने गुरुवार को गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई से मुलाकात की थी और उन्हें पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। जिलाधिकारी ने विदेश मंत्रालय और आबू धाबी में भारतीय दूतावास से संपर्क किया है।
डीएम ने दूतावास और विदेश मंत्रालय को मेल किया
सुहास एलवाई ने बताया कि अबू धाबी पुलिस को कोई गलतफहमी हुई है। यह गलत पहचान का मामला है। प्रवीण शर्मा का किसी आपराधिक घटना से कोई सरोकार नहीं है। उनके पासपोर्ट, आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य तमाम दस्तावेजों की जांच यहां करवा ली गई है। अब यह सारी जानकारी आबू धाबी में भारतीय दूतावास और विदेश मंत्रालय को भेजी गई है। मुझे उम्मीद है कि जल्दी ही प्रवीण शर्मा को आबू धाबी से भारत वापस भेज दिया जाएगा। दूसरी ओर प्रवीण शर्मा के परिजन इस घटना को लेकर बेहद परेशान हैं। दरअसल, पिछले 36 घण्टों से परिवार के सदस्यों का प्रवीण शर्मा से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। वह आबू धाबी में किस हालत में हैं, किसी को कोई जानकारी नहीं है।
प्रवीण शर्मा पहली बार आबू धाबी गए हैं
उनके भाई अतुल शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार और विदेश मंत्रालय को हमारी मदद करनी चाहिए। बिना वजह मेरे भाई को आबू धाबी पुलिस ने गलत पहचान करके परेशान किया है। प्रवीण शर्मा का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। वह अबसे पहले कभी आबू धाबी नहीं गए। ऐसे में वहां अपराध करने का कोई औचित्य नहीं है। आबू धाबी पुलिस ने दूतावास को बताया है कि जिस व्यक्ति से प्रवीण शर्मा की शक्ल मिलने की बात कही जा रही है, वह केरल का निवासी है।