Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में उप-महाप्रबंधक (सिविल) के पद पर तैनात ऋषिपाल सिंह की सेवा समाप्त कर दी गई है। यह कार्रवाई प्राधिकरण की अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एसीईओ) लक्ष्मी वीएस के निर्देश पर की गई है। उप-महाप्रबंधक पर कई अनियमितताओं और शिकायतों के आरोप लगे थे। जिनकी जांच के बाद यह कठोर कदम उठाया गया।
क्या है पूरा मामला
ऋषिपाल सिंह को छह महीने के अनुबंध या 65 वर्ष की आयु तक 40 हजार रुपये मासिक वेतन पर उप-महाप्रबंधक के पद पर नियुक्त किया गया था। हालांकि, उनके कार्यकाल के दौरान कई शिकायतें दर्ज की गईं। जांच में ये शिकायतें सही पाई गईं। कार्रवाई से पूर्व उन्हें "कारण बताओ नोटिस जारी" किया गया था। हालांकि, नोटिस का जो जवाब उन्होंने प्रस्तुत किया। वह जांच समिति को संतोषजनक नहीं लगा। इसके आधार पर प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) की संस्तुति पर उनकी सेवाएं समाप्त करने का निर्णय लिया गया। एसीईओ लक्ष्मी वीएस ने ऋषिपाल सिंह को उनके सेवा समाप्ति का पत्र जारी करते हुए तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया।
अधिकारियों में हलचल
इस कड़ी कार्रवाई से प्राधिकरण के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों में हलचल मच गई है। अधिकारियों का कहना है कि एसीईओ लक्ष्मी वीएस अपने कड़े और निष्पक्ष फैसलों के लिए जानी जाती हैं। प्राधिकरण में ईमानदारी और अनुशासन लागू करने के उनके प्रयासों की सराहना हो रही है।
एक्टिव सिटीजन टीम ने कहा- अच्छा फैसला
एक्टिव सिटीजन टीम के सदस्य हरेन्द्र भाटी ने कहा कि लक्ष्मी वीएस जैसे अधिकारी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के लिए एक उदाहरण हैं। वह न केवल शिकायतों की मौके पर जांच करती हैं। बल्कि दोषी पाए जाने पर त्वरित कार्रवाई करने से भी नहीं हिचकतीं। उनकी पारदर्शी और ईमानदार कार्यशैली ने न केवल प्राधिकरण के भीतर बल्कि शहरवासियों के बीच भी विश्वास और सम्मान बढ़ाया है।