Greater Noida News : गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने बुधवार को ऐतिहासिक काम को अंजाम दिया है। पहली बार उत्तर प्रदेश के इतिहास में पुलिस ने 300 करोड़ रुपए की ड्रग्स पकड़ी है। ग्रेटर नोएडा शहर में चल रही ड्रग्स फैक्ट्री को स्वाट टीम, बीटा-2 कोतवाली और दादरी कोतवाली की संयुक्त टीम ने पकड़ा है, लेकिन इस पूरे ऑपरेशन के पीछे दो जांबाज अफसरों की दिलेरी बड़ी काम आई। एक ग्रेटर नोएडा के पुलिस उपायुक्त साद मियां खान और दूसरे स्वाट टीम के हेड इंस्पेक्टर यतेंद्र कुमार हैं। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने इन दोनों अफसरों की खुलकर प्रशंसा की। इनके साथ काम करने वाली 25 पुलिस कर्मियों की टीम के लिए 50,000 रुपये के इनाम का ऐलान भी पुलिस आयुक्त ने किया है।
डीसीपी की अगुवाई में 25 पुलिसकर्मियों की टीम बनी
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में ड्रग्स तस्कर अपने पांव जमा रहे हैं, यह बात तो हर किसी को मालूम है, लेकिन बड़े पैमाने पर ड्रग्स यहीं बनाया जा रहा है, यह बात पहली मर्तबा सामने आई है। मिली जानकारी के मुताबिक ग्रेटर नोएडा शहर के सेक्टर-32 में चल रही ड्रग्स फैक्ट्री की जानकारी स्वाट टीम के हेड इंस्पेक्टर यतेंद्र कुमार को मिली। इसके बाद यतेंद्र कुमार और ग्रेटर नोएडा के पुलिस उपायुक्त साद मियां खान ने मिलकर पूरी योजना तैयार की। मौके पर जाकर रेकी की गई। इसके बाद ऑपरेशन करने के लिए पुलिस टीम का गठन हुआ। टीम में डीसीपी साद मियां खान, एसीपी अरविंद कुमार, स्वाट टीम के प्रभारी इंस्पेक्टर यतेंद्र कुमार, बीटा-2 थाने के एसएचओ विनोद कुमार मिश्रा, दादरी थाने के एसएचओ सुधीर कुमार उपाध्याय, सब इंस्पेक्टर राजकुमार, सत्येंद्र कुमार शर्मा, पंकज राठी, अंकित, रितेश कुमार, सचिन जावला, हेड कांस्टेबल प्रभात कुमार, कुलदीप मावी, सुनील कुमार, राशिद अली, कुलदीप, संदीप, शैलेंद्र, संजीव कुमार, पुनीत कुमार, अमित कुमार, विनय, अमित, मोहित और सुमित को शामिल किया गया।
साद मियां खान ने खुद ऑपरेशन लीड किया
इस टीम को खुद डीसीपी साद मियां खान ने लीड किया। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक टीम ने मंगलवार की देर रात ड्रग्स फैक्ट्री पर रेड की। वहां मौके पर काम कर रहे 9 अफ्रीकी मूल के नागरिकों को गिरफ्तार किया। रेड के दौरान पुलिस को अच्छे-खासे विरोध का सामना करना पड़ा। पुलिस टीम ने ना केवल सारे आरोपियों को गिरफ्तार किया, बल्कि फैक्ट्री से भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद किया है। इस पुलिस टीम ने 46 किलोग्राम एमडीएमए और ड्रग्स बनाने वाले रसायन बरामद किए हैं। इस सारे ड्रग्स की कीमत 300 करोड़ रुपए आंकी गई है।
कौन हैं इंस्पेक्टर यतेंद्र कुमार
इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार यादव मूल रूप से एटा जिले के रहने वाले हैं। वह 35 वर्ष के हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस में बतौर सब इंस्पेक्टर भर्ती हुए थे। वर्ष 2013 बैच के एसआई हैं। वर्ष 2013 से मेरठ जोन में और वर्ष 2016 से गौतमबुद्ध नगर में काम कर रहे हैं। गौतमबुद्ध नगर में तैनाती के दौरान यतेंद्र कुमार केवल थाना एक्सप्रेसवे के एसएचओ रहे हैं। जिले की क्राइम ब्रांच, स्वाट और एसओजी में काम करने का लंबा अनुभव है। यतेंद्र को इंटेलिजेंट और क्रिमिनल चेजिंग के लिए शानदार अफसर माना जाता है।
कौन हैं साद मियां खान
साद मियां खान उत्तर प्रदेश कैडर में वर्ष 2018 बैच के आईपीएस अफसर हैं। मूल रूप से बिजनौर जिले के रहने वाले हैं। अभी 34 वर्ष के हैं। सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। उन्हें 22 अगस्त 2022 को गौतमबुद्ध नगर में बतौर एडिशनल डीसीपी तैनाती दी गई थी। इससे पहले वह बरेली में बतौर एएसपी कार्यरत थे। कुछ महीने पहले प्रोन्नति हासिल करने के बाद उन्हें ग्रेटर नोएडा का डीसीपी नियुक्त किया गया। साद मियां खान को सौम्य और बेहद सुलझा हुआ युवा पुलिस अफसर माना जाता है।