किसान का बेटा आलोक भाटी बना आईपीएस, हिन्दी मीडियम में पढ़ा, सेना और पैरा मिलिट्री फोर्स छोड़ी

ग्रेटर नोएडा : किसान का बेटा आलोक भाटी बना आईपीएस, हिन्दी मीडियम में पढ़ा, सेना और पैरा मिलिट्री फोर्स छोड़ी

किसान का बेटा आलोक भाटी बना आईपीएस, हिन्दी मीडियम में पढ़ा, सेना और पैरा मिलिट्री फोर्स छोड़ी

Tricity Today | आलोक भाटी

Greater Noida News : सोमवार को संघ लोक सेवा आयोग ने भारतीय प्रशासनिक सेवा परीक्षा के परिणाम घोषित किए हैं। एक से बढ़कर एक युवाओं की चौंकाने वाली कहानियां सामने आ रही हैं। ऐसी ही एक कहानी ग्रेटर नोएडा के चिटहैरा गांव में रहने वाले युवक आलोक भाटी की है। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले आलोक भाटी अपने पिता के साथ मिलकर परिवार का भरण-पोषण करने के लिए दूध बेचते हैं। पहले गांव के प्राइमरी स्कूल में पढ़ाई की। उसके बाद दादरी के इंटर कॉलेज में पढ़े। पूरी पढ़ाई हिंदी मीडियम में की है। सोमवार को परीक्षा परिणामों में उन्हें सफल घोषित किया गया है। आलोक भाटी को ऑल इंडिया रैंक 413 मिली है। वह बतौर आईपीएस अफसर देश की सेवा करेंगे।

रोजाना गाय-भैंसों को चारा खिलाने से लेकर दूध निकालने तक, सारे काम करते हैं आलोक
आलोक भाटी गौतमबुद्ध नगर में दादरी तहसील के गांव चिटहैरा के रहने वाले हैं। उनके पिता अजीत भाटी छोटे से किसान हैं। आलोक और उनके पिता परिवार को संभालने के लिए दूध बेचने का काम करते हैं। गांव वालों ने बताया कि आलोक की दिनचर्या बेहद सामान्य है। वह सुबह उठकर गाय-भैंसों को चारा खिलाते हैं। उसके बाद दूध निकालते हैं और बेचने चले जाते हैं। वापस लौटकर पढ़ाई लिखाई करते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। आलोक भाटी शुरू से मेधावी छात्र हैं। हालांकि, उनकी पूरी पढ़ाई गांव के प्राइमरी स्कूल और दादरी के इंटर कॉलेज में हिंदी माध्यम से हुई है।

पहले एनडीए और फिर सीपीएमएफ पास किया
आलोक भाटी की मेधा का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि उन्होंने पहले नेशनल डिफेंस एकेडमी की प्रतिष्ठित परीक्षा पास की थी। मेडिकल के दौरान उनके दांतो में कुछ समस्या का पता चला। जिसकी वजह से उन्हें एनडीए छोड़ना पड़ा। इसके बावजूद आलोक ने हिम्मत नहीं हारी, बल्कि और ज्यादा जज्बे के साथ तैयारी शुरू की। करीब 2 साल पहले आलोक ने केंद्रीय पैरामिलिट्री फोर्स के लिए आयोजित होने वाली संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास की। उनका चयन इंडो-तिब्बत सीमा पुलिस बल में बतौर असिस्टेंट कमांडेंट हो गया। वह फिलहाल आइटीबीपी में प्रशिक्षणरत हैं। इसी दौरान आलोक भाटी ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए परीक्षा देने का मन बनाया। वर्ष 2021 की प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा पास करने के बाद बीते अप्रैल महीने में उन्होंने इंटरव्यू दिया था। अब सोमवार को उन्हें सफल घोषित किया गया है। आलोक को ऑल इंडिया रैंक 413 मिली है। लिहाजा, उनका चयन भारतीय पुलिस सेवा में होना तय है।

बहन कर रही है पीएचडी, भाई दादरी में करता है कारोबार
आलोक भाटी के चाचा एडवोकेट श्याम सिंह भाटी ने बताया कि परिवार के सारे बच्चे पढ़ने में मेधावी हैं। अमन की छोटी बहन रुचि पीएचडी कर रही हैं। बड़ा भाई दादरी में कपड़े का कारोबार करता है। अमन के पिताजी अजीत सिंह भाटी सामान्य किसान हैं और मां सुनीता गृहिणी हैं। श्याम सिंह भाटी ने कहा कि अजीत सिंह ने शुरू से ही बच्चों को पढ़ाई-लिखाई की तरफ प्रेरित किया। इसका पूरा फायदा मिला है। उनके तीनों बच्चे बेहद सामान्य और पढ़ने में मेधावी हैं।

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