Tricity Today | समर्थन में आए 9 राज्यों के किसान संगठन
डीएफसीसी परियोजना से प्रभावित बोड़ाकी गांव के किसान पिछले एक महीने से दिन-रात धरना दे रहे है। जिसमें अब 9 राज्यों के किसान संगठनों ने भी समर्थन दे दिया है। डीएफसीसी की ईस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर परियोजना के तहत रेलवे लाइन के निर्माण से प्रभावित ग्रेटर नोएडा किसानों के मकानों को तोड़ने के विरोध में एक महीने से धरना चल रहा है।
किसान नेता सुनील फौजी एडवोकेट ने बताया कि राष्ट्रीय किसान समन्वय समिति के संयोजक दशरथ कुमार राजस्थान ने ग्राम सभा और ग्राम संसद में प्रस्ताव पारित कर, बोड़ाकी और प्रभावित अन्य गांव के किसानों से हस्ताक्षर करा कर सरकार को नए अधिग्रहण कानून के लाभ दिए जाने की मांग का पत्र सभी संगठनों द्वारा सरकार को भेजे जाने की राय दी।
दिल्ली से जेपी आंदोलन के प्रमुख गांधीवादी नेता कुमार प्रशांत जीने देश में ग्राम स्वराज की स्थापना के लिए राष्ट्रीय स्तर का आंदोलन किए जाने का आह्वान किया। राष्ट्रीय आंदोलन समन्वय समिति की ओर से मुंबई की कल्पना ने प्रमुख समाज सेवी अन्ना हजारे को आंदोलन के साथ जोड़ने का भरोसा दिया।
हरियाणा किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष डीके शर्मा ने कहा कि सरकार किसानों के मन की बात भी सुने, कर्नाटक से आए दयानंद पाटिल ने कहा कि उनका संगठन बोड़ाकी गांव के किसानों के संघर्ष में पूरा साथ देगा साथ ही राष्ट्रीय किसान मोर्चा के नेता भोपाल चौधरी ने दिल्ली आंदोलन के माध्यम से बोडाकी और आसपास के गांवों किसानों की समस्या को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने का भरोसा दिया।
पंजाब से आए किसान नेता सुखदेव सिंह विर्क ने डीएफसीसी एवं डीएमआईसी से प्रभावित किसानों को नए कानून के लाभ सुनिश्चित कराने में पूरा साथ देने की बात कहीं, मध्य प्रदेश से आए भाई इरफान जाफरी ने भी आंदोलन को पूरा समर्थन दिया, बद्रीनारायण राजस्थान, बाबूराम और अजीत हरियाणा ने भी पूरा सहयोग देने की बात कही, साथ ही नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ घर बचाओ आंदोलन कर रहे किसान नेता सुखवीर खलीफा ने आंदोलन को पूरा सहयोग देने की बात कही।
इस मौके पर सपा नेता फ़कीर चंद नागर, इंदर प्रधान, कुलदीप भाटी आदि ने तथा आम आदमी पार्टी के नेता कमांडो अशोक ने भी बोड़ाकी आंदोलन को समर्थन दिया। इसके अलावा संजय भाटी बोड़ाकी, जयवीर नंबरदार, राजवीर मास्टर जी पल्ला, रणसिंह भाटी, श्यामी नंबरदार, राजू भाटी, कृष्णपाल, फिरे भाटी, नरेश भाटी, अमरीश, सुनील भाटी, रामरतन नागर, गजराज नागर, देवेंद्र भोगपुर, बलराज प्रधान दतावली, राजेश भाटी, विजयपाल प्रधान, भारत भाटी आदि ने अपने विचार रखे, साथ ही अतरी देवी, विद्या, राजकुमारी, रमकुमा री, आरती भाटी, श्रृद्धा, विजय लक्ष्मी, कोमल, श्री मति कोमल, अर्पित, मुकेश बबली, भारती, अर्चना, कमलेश, यश, इंदर प्रधान बोड़ाकी और गजेन्द्र भाटी समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।