दलालों के प्लॉट चौड़ी रोड पर, किसानों के प्लॉट्स में रोड़ा

किसान आबादी भूखंड मामला : दलालों के प्लॉट चौड़ी रोड पर, किसानों के प्लॉट्स में रोड़ा

दलालों के प्लॉट चौड़ी रोड पर, किसानों के प्लॉट्स में रोड़ा

Tricity Today | Farmers Land Scam Part-7

Greater Noida Farmers Plots Scam : ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण में किसानों को आवंटित होने वाले 4%, 6% और 10% आबादी भूखंडों के आवंटन में गंभीर अनियमितताओं के आरोप हैं। अब बादलपुर, सादोपुर और खैरपुर गुर्जर गांवों में बड़ा मामला सामने आया है। बड़े भू-माफियाओं ने किसानों को मिलने वाले 6% के प्लॉट और बैकलीज के जरिए जमीन 60 से 80 मीटर चौड़ी रोड पर लगवा ली हैं। जबकि, प्राधिकरण के मास्टर प्लान के हिसाब से यह उचित नहीं है। इन रोड के बराबर में केवल ग्रीन बेल्ट और कमर्शियल प्लॉट लगाए जा सकते हैं। दूसरी तरफ किसानों के प्लॉट महज 7 और 12 मीटर चौड़ी रोड पर आवंटित किए गए हैं। किसानों का आरोप है कि प्राधिकरण अफसरों की मिलीभगत से जमकर बंदरबांट हुई है। अब मामले में अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने जांच शुरू करवा दी है।

मामला नंबर-1 : सादोपुर गांव में प्राधिकरण ने जमीन का अधिग्रहण कर लिया लेकिन कोई सेक्टर डिवेलप नहीं किया है। यह जमीन आज भी खाली पड़ी है। इस जमीन के बदले किसानों को मिलने वाले 6% प्लॉट और बैकलीज की एवज में मिली जमीन 60 और 80 मीटर रोड बनाकर बेस्ट लोकेशन पर माफिया किस्म के लोगों को आवंटित की गई है। किसानों का आरोप है कि प्राधिकरण के दलालों ने यह प्लॉट लगवाए हैं। दूसरी तरफ किसानों के प्लॉट केवल 7 और 12 मीटर चौड़ी रोड पर लगाए गए हैं। 

मामला नंबर-2 : बादलपुर गांव में भी किसानों की जमीन तो अधिग्रहीत कर ली गई, पर यहां पर केवल 3 आईटी कंपनियों को प्लॉट दिए गए हैं। बाकी जमीन आज भी ज्यों की त्यों किसानों के कब्जे में हैं। किसान उस पर फसल उगा रहे हैं। इस जमीन के बदले प्राधिकरण ने बादलपुर गांव के किसानों को 6% आबादी के प्लॉट और जमीन बैकलीज के जरिए दे दी है। कुछ सफेदपोश नेताओं को लाभ देने के लिए प्राधिकरण के प्लानिंग विभाग ने बैकलीज और 6% आबादी के प्लॉट बादलपुर गांव में 30 मीटर, 18 मीटर, 60 मीटर और 80 मीटर रोड पर लगाए हैं। जबकि कई किसान आज भी अपने प्लॉट लगवाने के लिए प्राधिकरण में दर-दर की ठोकरें खाते फिर रहे हैं।

मामला नंबर-3 : तीसरा मामला खैरपुर गुर्जर गांव का सामने आया है। खैरपुर गुर्जर गांव ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सेक्टर-2 और सेक्टर-3 में पड़ता है। इस गांव में भी प्राधिकरण के लैंड और प्लानिंग विभाग ने बड़ा खेला खेला है। खसरा नंबर-170, 205बी में 1,000 वर्ग मीटर जमीन है। खसरा नंबर-205 और 172बी में 6,000 वर्गमीटर का प्लॉट नंबर है। खसरा नंबर-187, 191ए और 193बी में 6,000 वर्गमीटर जमीन है। इसी तरह 268 और 2689 में 7,827 वर्गमीटर जमीन है। यह सारे लीजबैक के मामले हैं। बादलपुर और सादोपुर की तरह यह सारे भूखंड 80 मीटर चौड़ी रोड पर लगाए गए हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के लैंड विभाग ने यह सारी अनियमितताएं की गई हैं।

मामला नंबर-4 : प्राधिकरण की पॉलिसी के मुताबिक जमीन अधिग्रहण के बदले में किसान को अधिकतम ढाई हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल तक का 6% आबादी प्लॉट अलॉट किया जा सकता है। लेकिन खैरपुर गुर्जर गांव में प्राधिकरण के अधिकारियों ने सारी हदें पार कर दी हैं। नियमों को ताख पर रखकर सफेदपोश नेताओं की 6,000 वर्ग मीटर जमीन मुफ्त में बांट दी गई। प्राधिकरण केवल ढाई हजार वर्ग मीटर जमीन देने का ही अधिकार रखता है। इसी तरह सूरजपुर, देवला, मिलक, गुलिस्तानपुर और साकीपुर में खेला खेला गया है। सूरजपुर में प्राधिकरण के अधिकारी और कर्मचारियों ने लोगों के साथ मिलकर बेशकीमती जमीन को पहले 6% आबादी के प्लॉट में आवंटित कराया। इसके बाद प्राधिकरण के प्लानिंग विभाग से सेटिंग करके बेस्ट लोकेशन पर प्लॉट लगवा लिए। अब यह सारे प्लॉट्स अफसरों के रिश्तेदरों को ट्रांसफर किए जा रहे हैं।

जांच करवा रहे हैं, एक्शन होगा
किसान आबादी भूखंडों और बैकलीज से जुड़े मामलों में सामने आ रही अनियमितताओं पर ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुरेंद्र सिंह ने कहा है कि शिकायतों की जांच करवा रहे हैं। अनियमितता बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.